विश्व नवकार महामंत्र दिवस पर श्रावक-श्राविकाओं ने किया सामूहिक जाप


- नवकार मंत्र है न्यारा, इसने लाखों को तारा- गच्छाधिपति विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वरजी
- महामंगलकारी नवकार महामंत्र की विशेषताओं को सर्वजनों तक पहुंचना है- उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनिश्री कमलकुमार
- नवकार महामंत्र में न की बजाए ’’ण’ उपयोग करने से अधिक प्रभावी होगा- दाताश्री रामेश्वरानंद
बीकानेर, 9 अप्रेल। जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (jito) की ओर से बुधवार को देश-विदेश में विश्व नवकार महामंत्र दिवस मनाया गया। बीकानेर के गंगाशहर के तेरापंथ भवन में नवकार महामंत्र दिवस पर एक ही समय सुबह आठ बजकर एक मिनट से सुबह नौ बजकर 36 मिनट तक हजारों की संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने मंत्र का जाप किया। नवकार दिवस पर 108 देशों व देश के 6000 हजारों स्थानों पर सामूहिक जाप किया गया।



जाप के दौरान माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल्ली के विज्ञान भवन से सीधा प्रसारण सभी जाप केन्द्रों में किया गया। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल ने भी विश्व नवकार महामंत्र दिवस पर संदेश दिया तथा प्रतिवर्ष 9 अप्रैल को विश्व नवकार महामंत्र दिवस मनाने की घोषणा की। कोलकाता में पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नवकार मंत्र जाप के कार्यक्रम में भाग लिया। दिल्ली के विज्ञान भवन में जीटो की ओर से आयोजित विश्व नवकार दिवस पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में बीकानेर की बाफना स्कूल की पूर्व छात्रा अलका बैद और पूर्व छात्र सुमति राज बैद ने नवकार महामंत्र का जाप किया गया । जाप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित देश-विदेश के जैन, जैनेतर समाज के गणमान्य लोगों ने भागीदारी निभाई।




तेरापंथ भवन गंगाशहर में नवकार मन्त्र जाप में चारित्रात्माएँ
जीटो के बीकानेर चैप्टर के अध्यक्ष जयचंद लाल डागा व महासचिव पुनेश मुसरफ ने बताया कि बीकानेर में गंगाशहर के तेरापंथ भवन में विभिन्न धर्मों के धर्माचार्यों तथा जैन समाज के विभिन्न घटकों के श्रावक-श्राविकाओं ने हजारों की तदाद में हिस्सा लिया। जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के श्रुत भास्कर, गच्छाधिपति विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वरजी ने कहा कि नवकार महामंत्र के जाप की ताकत से सभी चिंता, रोग, दोष, पाप व ताप दूर होते है। यह मंत्र चिंतामणि महामंत्र कल्पवृक्ष के समान है। इस महामंत्र को आत्मा भावना से जोड़ने से अनेक जन्मों के बंधन से मुक्ति मिलती है। यह जिन शासन का सार रूप है । ’’नवकार मंत्र है न्यारा, इसने लाखों को तारा’’।
जैन श्वेताम्बर तेरापंथ के उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनिश्री कमल कुमार जी ने कहा कि जैन धर्म के सभी घटकों में नवकार महामंत्र के प्रति पूर्ण श्रद्धा व विश्वास है। इस विश्वास को अधिक बढ़ाना है तथा महामंगलकारी नवकार महामंत्र की विशेषताओं को सर्वजनों तक पहुंचना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों से जैन एकता को बल मिलता है। उन्होंने सभी को 10 अप्रैल को जैन महासभा द्वारा आयोजित मुख्य समारोह में प्रातः 8. 30 बजे समय पर पहुंचने की अपील जन समुदाय से की। मुनिश्री श्रेयांश कुमार जी ने नवकार महामंत्र की महिमा से सम्बंधित गीत के माध्यम से अपनी भावना व्यक्त की। कमल मुनि ने अपने सहवर्ती साधुओं मुनिश्री विमल विहारी को 2 की तपस्या , मुनिश्री नमी कुमार जी को 23 की तपस्या व मुनिश्री मुकेश कुमार को उपवास के पचखाण करवाए।
ब्रह्म गायत्री सेवा आश्रम, देवी कुंड सागर के अधिष्ठाता दाताश्री रामेश्वरा नंद महाराज ने कहा कि नवकार महामंत्र में न की बजाए ’’ण’ उपयोग करने से अधिक प्रभावी होगा। जैन समाज को इस महामंगलकारी सर्वहितकारी महामंत्र के लिए गर्व करना चाहिए। गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथी भाई तारा सिंह ने कहा कि मन, वचन व कर्म से इस महामंत्र का जाप करने से सर्व सिद्धि की प्राप्ति होती है। उन्होंने सिख धर्म के सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ ’’गुरुग्रंथ साहिब’’ में जैन समाज के अरिहंतों, सिद्धों, आचार्यों, उपाध्यायों, साधुओं की वाणी व शब्दों के समावेश के बारे में बताया।उन्होंने कहा कि जैन समाज के श्रावकों का भी सिख धर्म के साथ गहरा जुड़ाव रहा है जिसका जिक्र इतिहास में मिलता है ।
पूर्व में जीटो के बीकानेर चैप्टर अध्यक्ष जयचंद लाल डागा, महासचिव पुनेश मुसरफ, नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका, आचार्य तुलसी शांति प्रतिष्ठान के ट्रस्टी बसंत नवलखा, जैन महासभा के अध्यक्ष विनोद बाफना, पदम दफ्तरी, महेन्द्र सुराणा, कुणाल कोचर,, विपुल कोठारी, महिला विंग से ममता रांका, भारती दफ्तरी,रजनी नाहटा भाजपा नेता मोहन सुराणा, यूथ विंग के दर्शन सांड विश्वास सुराणा, मुदित खजांची, मयंक सिपानी, व आमंत्रित विभिन्न धर्मों के प्रमुखों ने भगवान महावीर स्वामी के चित्र के आगे पुष्पांजलि दी।समारोह में बाहर सारे श्रावकों ने सामयिक साधना करके निर्जरा की। कार्यक्रम में जैन महाहसभा बीकानेर के पूर्व अध्यक्ष विजय कोचर , चम्पक मल सुराणा , इन्दरमल सुराणा , जैन लूणकरण छाजेड़ , वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन , महामंत्री मेघराज बोथरा , संगठन मंत्री जतनलाल संचेती , तेरापंथ न्यास के ट्रस्टी अमरचंद सोनी , जतनलाल दुगड़ , मनोहर नाहटा सहित समाज के सैकड़ों लोगों ने एक साथ नवकार मंत्र का जाप किया।