ट्रेलर-कैंपर की आमने-सामने की टक्कर में 2 बिजनेसमैन की मौत
- टायर फटने के बाद अनियंत्रित हुई गाड़ी के परखच्चे उड़े, क्रेन की मदद से शवों को निकाला
बीकानेर \ श्री डूंगरगढ़ , 22 अक्टूबर। बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में ट्रेलर और कैम्पर की आमने-सामने की टक्कर में 2 बिजनेसमैन की मौत हो गई। हादसा सोमवार रात करीब 11 बजे सरदारशहर-श्रीडूंगरगढ़ स्टेट हाईवे पर हुआ। दोनों युवकों के शव कैंपर में बुरी तरह फंस गए थे। काफी मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से शवों को गाड़ी से बाहर निकाला गया।जानकारी के अनुसार, ट्रेलर श्रीडूंगरगढ़ की ओर आ रहा था और कैंपर सरदारशहर की तरफ जा रही थी। इसी दौरान डूंगरगढ़ से एक किलोमीटर दूर राजस्थान होटल के पास कैंपर गाड़ी का टायर फट गया। टायर फटने से कैंपर अनियंत्रित होकर ट्रेलर से जा भिड़ी। हादसा इतना भीषण था कि टक्कर के बाद कैंपर के परखच्चे उड़ गए। टक्कर के बाद हाइवे पर जाम लग गया। हादसे की सूचना पर श्रीडूंगरपुर पुलिस मौके पर पहुंची।
कैंपर के परखच्चे उड़े
ट्रेलर श्रीडूंगरगढ़ की ओर आ रहा था और कैंपर सरदारशहर की तरफ जा रहा था। टक्कर इतनी भीषण थी कि कैंपर के परखच्चे उड़ गए। हादसा डूंगरगढ़ से एक किलोमीटर दूर राजस्थान होटल के पास हुआ, जिसकी सूचना श्रीडूंगरगढ़ पुलिस को दी गई। पुलिस से पहले आपणो गांव श्रीडूंगरगढ़ सेवा समिति व डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सोसायटी के सेवादार एंबुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे। इतने में पुलिस भी पहुंच गई।
गाड़ियों के हालात देखकर पुलिस ने क्रेन मंगवाई। करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद कैम्पर में सवार 2 लोगों को क्रेन की सहायता से बाहर निकाला गया। दोनों को एंबुलेंस से उपजिला अस्पताल श्रीडूंगरगढ़ भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हादसे के बाद लगा जाम
पुलिस के अनुसार, हादसे में ऊपनी (सरदाहरशहर) निवासी अमरचंद (40) पुत्र सूरजमल सिद्ध और देवेश (35) उर्फ मोनू जाखड़ निवासी सरदारशहर के वार्ड-23 की जान चली गई है। देवेश की प्लास्टर की फैक्ट्री (पुट्टी) है। वह तारानगर के विधायक नरेंद्र बुढ़ानिया के साले का लड़का था।
बताया जा रहा है कि टायर फटने से कैंपर अनियंत्रित होकर ट्रेलर से जा भिड़ी। हादसे के बाद सड़क पर जाम लग गया और पुलिस ने क्रेन की सहायता से दोनों वाहनों को मौके से हटवाया। इसके बाद गाड़ियों की आवाजाही शुरू हुई।
साथ मिलकर एक और फैक्ट्री लगाने की थी तैयारी
सरदारशहर के रहने वाले और अमरचंद के दोस्त रोहित पांडिया ने बताया- अमरचंद सिद्ध पिछले 15 साल से सरदारशहर में खाद-बीज की दुकान चलाते थे। पिछले 5 वर्षों से कृषि उपज मंडी में भी अनाज का कारोबार करते थे। देवेश जाखड़ रीको इंडस्ट्रियल एरिया में प्लास्टर की फैक्ट्री चलाता था।
अमरचंद और देवेश साथ मिलकर डूंगरगढ़ के आढसर गांव में एक और फैक्ट्री लगाना चाह रहे थे। उसी सिलसिले में दोनों अक्सर साथ आया-जाया करते थे। मंगलवार को दोनों बीकानेर से बिजली का केबल लेकर डूंगरगढ़ आ रहे थे। तभी हादसे का शिकार हो गए।
हादसों के लिए कुख्यात है श्रीडूंगरगढ़ रोड
बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ सड़क हादसों के लिए कुख्यात है। श्रीडूंगरगढ़ से स्टेट और नेशनल दोनों हाईवे गुजरते हैं और दोनों पर सड़क हादसे होते हैं। इसी कारण क्षेत्र में ट्रॉमा सेंटर स्थापित करने की मांग बढ़ती जा रही है। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सरकार ने यहां ट्रॉमा सेंटर की घोषणा की, लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हो पाया है।