रेप के 8 आरोपी समेत 22 लड़के सुधार-गृह से भागे
- एक पर मर्डर केस चल रहा, जयपुर में खिड़की तोड़कर भाग निकले
जयपुर , 12 फ़रवरी। जयपुर के बाल सुधार गृह से सोमवार सुबह 22 नाबालिग खिड़की की जाली काटकर भाग गए। इनमें से आठ लड़के रेप के आरोपी हैं। कुछ पर हत्या के केस भी चल रहे हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब इतनी बड़ी संख्या में नाबालिग बाल सुधार गृह से एक साथ भाग निकले हो। गार्ड से जानकारी मिलने पर ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद नाबालिगों की तलाश शुरू की गई है।
घटना सेठी कॉलोनी स्थित बाल सुधार गृह की है। ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने बताया- 4 से 5 बजे के बीच में लड़के जाली काट के भागे। गार्ड ने बच्चों को भागने की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल से मिली जानकारी के बाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल देखा। नाबालिग बच्चों का रिकॉर्ड पुलिस ने बाल सुधार गृह से ले लिया है। वहीं, नाबालिग के घर के पास लगने वाले थाने को इन के भागने की सूचना दे दी है। इनके ठिकानों पर टीम भी भेज दी गई है। बाल सुधार गृह की ओर से अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगा।
बाल सुधार गृह से भागे आठ लड़कों के ऊपर रेप के केस चल रहे हैं। 13 लड़कों पर हत्या की कोशिश का केस चल रहा है। एक युवक पर हत्या का मुकदमा दर्ज है। सभी आरोपी नाबालिक हैं। जो पिछले 2 साल से बाल सुधार गृह में रह रहे थे।
गैस कटर से एंगल को काटा
अब तक की जांच में सामने आया है कि किसी बाहरी व्यक्ति ने नाबालिगों को भगाने की प्लानिंग की है। पहले नाबालिगों ने गैस कटर से खिड़की के एंगल को काटा। फिर जाली काटने के बाद सुबह पागल खाने के रास्ते होते हुए मौके से फरार हो गए। सिक्योरिटी गार्ड ने एक युवक को भगाने के दौरान पकड़ लिया था।
डीसीपी ईस्ट ज्ञानचंद यादव ने बताया- जानकारी मिलने पर नाबालिगों के घर और संभावित ठिकानों पर पुलिस टीमों को भेज कर जांच कराई जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर सबूत जुटाए हैं। एक रिपोर्ट लेकर इन नाबालिकों के खिलाफ शिकायत दर्ज की जाएगी। सभी नाबालिगों के परिवार को जानकारी दे दी गई है।
बाल सुधार गृह खामियों का गृह
यह पहला मामला नहीं जब नाबालिग बाल अपराधी यहां से भागे हों। हर साल आधा दर्जन से अधिक बाल सुधार गृह से नाबालिग बच्चों के भागने की घटनाएं होती हैं। हर बार बाल सुधार गृह उचित कार्रवाई और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़े एक्शन की बात करता हैं, लेकिन सच यह है कि बाल सुधार गृह खामियों का गृह है। बाल सुधार गृह से भागने वाले बच्चों की जब एनजीओ के द्वारा काउंसलिंग की जाती है। इसमें हैरान करने वाले कारण भी सामने आ चुके हैं।
बच्चे काउंसलिंग में बता चुके हैं कि यहां पर नाबालिगों के साथ गलत काम किया जाता हैं। जहां पर ट्रायल नहीं होने के कारण कई सालों से युवकों तक को रखा जाता है। जो बाल सुधार गृह में आने वाले नाबालिगों के साथ गलत काम करते हैं। इस से परेशान होकर बच्चे यहां से भागते हैं। यही नहीं यहां पर नाबालिगों के साथ मारपीट भी की जाती हैं। इस से परेशान होकर बच्चे यहां से भाग निकलते हैं।