श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन 24 अवतारों का किया वर्णन
- पृथ्वी पर अधर्म का नाश करने भगवान लेते हैं अवतार : राकेश भाई पारीक
बीकानेर, 15 जुलाई । जब-जब पृथ्वी पर अधर्म व अन्याय बढ़ता है तब-तब परमात्मा अवतार लेते हैं। यह उद्गार कथा वाचक राकेश भाई पारीक ने भीनासर स्थित श्रीनखत बन्ना मंदिर, गौरक्ष धोरा में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के दूसरे दिवस की कथा में व्यक्त किए।
राकेश भाई पारीक ने 24 अवतारों का वर्णन करते हुए बताया कि इन 24 अवतारों को सुबह और शाम जो नाम लेता है उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। कथा में पांडवों का चरित्र, कुंती व भगवान श्रीकृष्ण का संवाद सुनाया। उन्होंने कहा कि कुंती और कृष्ण का करुणामय प्रसंग हमें शिक्षा देता है कि दुख ही वास्तविक संपत्ति है जिसमें भगवान याद आते हैं।
जीव सुख में परमात्मा को भूल जाता है, इसलिए कुंती ने दुख ही मांगा। पांडवों के पौत्र ही परीक्षित कहलाये, परीक्षित ने कलयुग का दमन किया उसी कलयुग के प्रभाव से राजा ने सम्यक मुनि का अपमान किया। गले में मरा हुआ शर्प पहनाया और सम्यक मुनि के पुत्र श्रृंगी ऋषि ने राजा परीक्षित को सातवें दिन मरने का श्राप दे दिया राजा ने अनशन ले लिया गंगा जी के तट पर बैठकर चिंतन करने लगे, सुखदेवजी महाराज आए और राजा परीक्षित को आत्म बोध कराया जिससे राजा परीक्षित का अज्ञान मिट गया और राजा परीक्षित कथा सुनने लगे।
श्रीनखत बन्ना मंदिर, गौरक्ष धोरा के पीठाधीश्वर योगी श्रीरामनाथजी महाराज ने बताया कि कथा का समय 10:00 बजे से 4:30 बजे तक रहता है तथा श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न स्थानों से बस की निशुल्क व्यवस्था भी की गई है। कथा के दौरान प्रसादी की व्यवस्था रहती है।
आयोजन से जुड़े प्रवीण भाटी ने बताया कि 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर विशेष हवन एवं महाप्रसादी का आयोजन किया जाएगा। गुरु पूर्णिमा महोत्सव कार्यक्रम सुबह लगभग 8 बजे प्रारंभ हो जाएगा।