पीबीएम हॉस्पिटल में हीट स्ट्रोक के संभावित 4 पेशेंट हॉस्पिटल में भर्ती
- बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं तेज धूप से बचें
बीकानेर , 25 मई। पीबीएम हॉस्पिटल की ओपीडी में हीट-वेव के शिकार मरीजों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को हॉस्पिटल के वार्डों में डॉक्टरों की टीम ने चार ऐसे मरीजों को आईडेंटिफाई किया, जो संभावित हीट स्ट्रोक लक्षण वाले हैं। इनका इलाज मेडिसिन विंग के सीनियर फिजिशियन डॉ. संजय कोचर की निगरानी में इलाज किया जा रहा है।
हालांकि चारों मरीजों के हीट स्ट्रोक पीड़ित होने की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है, इसके बावजूद इनका इलाज डॉक्टरों की विशेष टीम कर रही है। फिजिशियन डॉ.कोचर ने बताया कि शुक्रवार को मेडिसिन विंग की ओपीडी में करीब 600 मरीज पहुंचे थे।
इसमें करीब 20 प्रतिशत यानी करीब 120 पेशेंट उल्टी-दस्त और पेशाब में तकलीफ या संक्रमण से जुड़े थे। बॉडी में ऐसे लक्षण अक्सर हीट-वेव के शिकार मरीजों में देखा जाता है। पीबीएम हॉस्पिटल की डॉ. स्वाति फलोदिया एवं सीनियर फिजिशियन डॉक्टर संजय कोचर ने गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को धूप से बचने की सलाह दी है।
फ्रिज में रखी ड्रिप चढ़ाने से फायदा
मेडिसिन विंग के सीनियर फिजिशियन डॉ. संजय कोचर ने बताया कि हीट-वेव के शिकार जिन मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है, उन्हें फ्रिज में रखी ड्रिप चढ़ाई जा रही है, ताकि उनके बॉडी के टेंपरेचर को जल्दी डाउन किया जा सके। उन्होंने बताया कि ठंडी ड्रिप चढ़ाने से बॉडी का टेंपरेचर सामान्य ड्रिप की तुलना में जल्दी डाउन होता है।