स्कूल में 60 छात्राओं का हुआ यौन शोषण, हैवान प्रिंसिपल गिफ्तार , लड़कियों में अब भी ख़ौफ़

जींद , 11 नवम्बर । हरियाणा राज्य के के जींद जिले के एक सरकारी स्कूल में छात्राओं से यौन शोषण का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक गांव के सरकारी स्कूल में लगभग 60 छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न किया गया। इस मामले में प्रधानमंत्री, महिला आयोग समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत भी लिखी गई थी। यहां पर स्कूल के ही प्रिसिंपल पर ही छात्राओं के साथ यौन शोषण करने का आरोप लगा है। इस मामले में प्रिंसिपल को गिरफ्तार भी किया गया है। यह स्कूल लड़कियों का ही स्कूल है, जहां गांव व कस्बों से छात्राएं पढ़ने आती हैं।

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इस सरकार बालिका स्कूल में शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारी मिलाकर कुल स्टाफ की संख्या 40 है। इनमें लगभग आधी संख्या महिला शिक्षकों की है। वहीं, छात्राओं की संख्या 1200 से अधिक है। अब इस पूरे स्कूल में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। वहीं, एक कैमरा प्रिंसिपल के कमरे में भी सेट किया गया है। यह भी सामने आया है कि आरोपी प्रिंसिपल बिना ट्रांसफर हुए पिछले 6 साल से इसी स्कूल कैसे तैनात था।

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प्रिंसिपल एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से संबंध रखता है

यह भी कहा जा रहा है कि आरोपी प्रिंसिपल एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से संबंध रखता है इसी वजह से उस पर कार्रवाई नहीं की गई थी। यह भी सामने आया है कि आरोप प्रिसिंपल की कथित हरकतों से परेशान होकर कई छात्राएं स्कूल भी छोड़ चुकी थी। आपको बता दें कि 31 अगस्त को देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश, केंद्रीय महिला आयोग, हरियाणा महिला आयोग और हरियाणा के शिक्षा मंत्री को एक गुमनाम पत्र भेजा गया था। इसमें छात्राओं ने लिखा था कि उनका यौन उत्पीड़न किया जा रहा है।

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इस पत्र में लिखा गया था की स्कूल के प्रिंसिपल छात्राओं को काले शीशे वाले कैबिन में बुलाता है और उनका यौन शोषण करता है। इस पत्र में छात्राओं ने आपत्तिजनक तरीके से छूने का जिक्र भी किया है। इसमें यह भी लिखा गया कि उनके साथ बुरा व्यवहार करते समय प्रिंसिपल ने छात्राओं को धमकी दी कि यदि उन्होंने किसी को बताया तो उन्हें प्रैक्टिकल और परीक्षा में फेल कर दिया जाएगा।

हरियाणा राज्य महिला आयोग ने शुक्रवार को कहा कि
जींद जिले के एक सरकारी स्कूल की 50 से अधिक छात्राओं ने अपने प्रिंसिपल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है और शिकायतों के प्रति उदासीन रवैये के लिए पुलिस की खिंचाई की है। आयोग ने कहा कि उन्होंने स्कूल की कुछ छात्राओं की शिकायतें 14 सितंबर को पुलिस को भेज दी थीं लेकिन कार्रवाई 30 अक्टूबर को की गई।

कुछ छात्रों के यौन उत्पीड़न के आरोप में जींद प्रशासन द्वारा निलंबित किए जाने के कुछ दिनों बाद हरियाणा पुलिस ने सोमवार को स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिले के एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि जींद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमों का गठन किया है, जिसमें बताया गया है कि प्रिंसिपल, जिसकी उम्र लगभग 55 वर्ष है, गिरफ्तारी से बच रहा है।

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने पंचकुला में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘हमें छात्राओं से प्रिंसिपल के खिलाफ 60 लिखित शिकायतें मिली हैं। इनमें से 50 शिकायतें लड़कियों की हैं, जिन्होंने आरोपियों के हाथों शारीरिक शोषण की बात कही है। दस अन्य लड़कियों ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें पता था कि प्रिंसिपल ऐसी चीजों में शामिल थे।” भाटिया ने कहा कि सभी शिकायतकर्ता नाबालिग थे।
उन्होंने कहा, पीड़ितों ने आरोप लगाया कि आरोपी उन्हें अपने कार्यालय में बुलाता था और ”अश्लील हरकतें करता था।”

इस पत्र में एक महिला शिक्षक के बारे में भी लिखा गया जिसका बाद में तबादला कर दिया गया। बताया गया है कि यह महिला शिक्षिका ही प्रिंसिपल के निर्देश पर छात्राओं को काले शीशे वाले कैबिन में भेजती थी। हालांकि, घटना का पता चलने पर काले शीशे वाले कैबिन को हटा दिया गया है।

यह पत्र मिलने के बाद 14 सितंबर को महिला आयोग ने हरियाणा पुलिस को इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए ​कहा था। हालांकि, पुलिस ने मामले में देरी की और 1 महीने बाद प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस मामले में हाल ही में स्कूल के प्रिंसिपल को अरेस्ट किया गया है। जींद पुलिस ने प्रिंसिपल के खिलाफ धारा 354 (यौन उत्पीड़न), 341, 342 आईपीसी और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

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