करंट की चपेट में आने से चाचा-भतीजे सहित 3 लोगों की मौत, मचा कोहराम
राजस्थान के बीकानेर जिले में करंट की चपेट में आने से शनिवार को चाचा-भतीजे सहित तीन लोगों की मौत हो गई। पहली घटना छतरगढ़ थाना इलाके के 650 आरडी में शनिवार सुबह हुई।
Electric Shock in Bikaner : बीकानेर , 12 मई। राजस्थान के बीकानेर जिले में करंट की चपेट में आने से शनिवार को चाचा-भतीजे सहित तीन लोगों की मौत हो गई। पहली घटना छतरगढ़ थाना इलाके के 650 आरडी में शनिवार सुबह हुई। जहां करंट लगने से चाचा-भतीजे की मौत हो गई। वहीं, दूसरी घटना श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के ऊपनी गांव में हुई। जहां 33 केवी जीएसएस पर कार्यरत ठेका कार्मिक प्रभुदयाल स्वामी करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। दोनों ही घटनाओं के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
हवलदार रामकरण मीणा ने बताया कि 650 आरडी में टीकूराम (40) एवं उसका भतीजा लेखराम (28) खेत में ट्यूबवेल पर काम कर रहे थे। लाइट गई हुई थी। काम करने के दौरान बिजली आपूर्ति चालू हो गई, जिससे चाचा-भतीजा करंट की चपेट में आ गए। दोनों अर्द्धमूर्छित हो गए। परिजन उन्हें गाड़ी में डालकर स्थानीय अस्पताल और बाद में वहां से पीबीएम अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इस संबंध में मृतक लेखराम के भाई की रिपोर्ट पर मर्ग दर्ज कराई गई है।
घर में मचा कोहराम
चाचा-भतीजे की मौत की खबर गांव में आग की तरह फैली। घरवालों को दोनों की मौत का पता चलते ही कोहराम मच गया। गांव के बुजुर्ग व परिवार के लोग घर पहुंचेे व घरवालों को ढांढस बंधाते रहे। दोपहर बाद जब दोनों के शव घर पहुंचे तो परिवार के लोगों का सब्र का बांध टूट गया और वे फूट-फूट कर रोने लगे।
जीएसएस पर कार्यरत ठेका कार्मिक की मौत
इधर, श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के ऊपनी गांव में शनिवार को 33 केवी जीएसएस पर कार्यरत ठेका कार्मिक प्रभुदयाल स्वामी करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। घटना के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिला। परिजनों ने उचित मुआवजा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया। परिजनों ने ठेकेदार को मौके पर बुलाने की मांग की। विद्युत निगम के सहायक अभियंता नरेंद्र सोनगरा व राजेश रोशन भी मौके पर पहुंचे। बड़ी संख्या में ग्रामीण भी अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गए और विरोध प्रदर्शन किया।