कवि जब्बार बीकाणवी और चित्रकार दीनू संवेदनशील कलाकार थे: जोशी
बीकानेर , 13 मई। बागेश्वरी साहित्य, कला, सांस्कृतिक विरासत संस्था, बीकानेर के तत्वावधान में वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी – सामाजिक कार्यकर्ता- साहित्यकार अब्दुल जब्बार बीकाणवी एवं चित्रकार दीनानाथ पटवा “दीनू पेंटर” की पुण्यतिथि पर दोनो के व्यक्तित्व और कृतित्व पर नागरी भंडार स्थित महारानी सुदर्शना कला दीर्घा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी ने की तथा मुख्य अतिथि शायर जाकिर अदीब एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. अजय जोशी रहे |
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कवि कथाकार राजेन्द्र जोशी ने कहा की अब्दुल जब्बार बीकाणवी ने आजादी से ग्यारह दिन पूर्व एक शिक्षक के रूप में काम प्रारंभ करते हुए वे शिक्षा विभाग की वरिष्ठ अधिकारी तक कार्य किया, वे बेहतरीन इंसान थे , जोशी ने कहा कि बीकाणवी संवेदनशील कवि होने के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भी पिछड़े एवं अन्य वर्गों के लिए जीवन पर्यंत काम करते रहे। जोशी ने कहा की जब्बार साहब अच्छे खिलाड़ी के साथ-साथ अच्छे प्रशासक भी थे। उन्होंने कहा कि उनकी कविताएं सीधी-सरल होने के कारण पाठक की समझ में तुरंत आती है।
जोशी ने चित्रकार दीनानाथ पटवा को दूर दृष्टि वाला चित्रकार बताते हुए लोकप्रिय कलाकार बताया।महत्वपूर्ण बात यह है कि दीनू के चित्रों के साथ मानवीयता भी झलकती थी।
इस अवसर पर शायर जाकिर अदीब में कहा कि जब्बार साहब अपनी कविताओं के माध्यम से समाज की स्थिति को पाठक के सामने रखते थे, अदीब ने कहा कि वे छंद मुक्त रचनाएं लिखते थे।
विशिष्ट अतिथि डॉ. अजय जोशी ने कहा कि एक बेहतर इंसान ही बेहतर रचनाकार-कलाकार हो सकता है। प्रारंभ में संस्था अध्यक्ष शायर अब्दुल शकूर सिसोदिया ने बीकाणवी-दीनू के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से जानकारी दी। साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार ने स्वागत भाषण करते हुए संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में राजेंद्र स्वर्णकार, खूमराज पंवार, एडवोकेट इसरार हसन कादरी, कमल रंगा डॉ. नर्सिंग बिन्नाणी, असद अली असद, जुगल किशोर पुरोहित, नियाज मोहम्मद, डॉ. गौरी शंकर प्रजापत एवं डॉ. चंद्रशेखर सांवरिया ने भी विचार रखें। कार्यक्रम का संचालन कासिम बीकानेरी ने किया तथा कार्यक्रम में आत्माराम भाटी, मोहम्मद सलीम सिसोदिया, शिव दाधीच, गंगा विशन बिश्नोई, विनोद पटवा सहित अनेक लोगों ने बीकाणवी-दीनू के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की।