युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण का 51 वां दीक्षा दिवस “युवा दिवस” के रूप में मनाया गया

गंगाशहर ,22 मई। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, गंगाशहर द्वारा युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी का 51वां दीक्षा दिवस “युवा दिवस” के रूप में आयोजित किया गया।

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl

समारोह को संबोधित करते हुए सेवाकेंद्र व्यवस्थापिका साध्वी श्री चरितार्थ प्रभा जी ने गुरुदेव को विशेषताओं का पुंज बताते हुए कहा कि आचार्य श्री महाश्रमणजी का जीवन एक कुशल प्रबंधक का जीवन है। आज से 50 वर्ष पूर्व उन्होंने सरदारशहर में दीक्षा ग्रहण की। उन्होंने सांसारिक जीवन व साधु जीवन के बारे में तुलनात्मक चिंतन करने के उपरांत वैराग्य धारण किया। उनका समय प्रबंधन, शक्ति प्रबंधन शानदार है। साध्वी श्री जी ने उपस्थित युवाओं, महिलाओं सहित सभी श्रावक- श्राविकाओं को नशा मुक्त जीवन जीने का संकल्प करवाया।

pop ronak
युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण का 51 वां दीक्षा दिवस “युवा दिवस” के रूप में मनाया गया

साध्वी श्री प्रांजल प्रभा जी ने अपने उद्बोधन में आचार्य श्री महाश्रमण जी के जीवन प्रसंगों को सुनाते हुए कहा कि अनुकंपा उनका विशिष्ट गुण है। अनुकंपा दो प्रकार की होती है पहली स्व प्रतिष्ठित अनुकंपा तथा दूसरी पर प्रतिष्ठित अनुकंपा। स्वप्रतिष्ठित अनुकंपा के द्वारा व्यक्ति अपनी आत्मा की सतत रक्षा करता है। आप जीव विराधना के प्रति अत्यंत सजग रहते हैं। हर समय इतने जागरूक रहते हैं कि कहीं जीवों की हिंसा न हो जाए। अनुशासन करते समय भी पूर्ण सजग रहते हैं।

CHHAJER GRAPHIS

साध्वीश्री ध्रुव रेखा जी ने कहा कि आज ही के दिन आचार्य श्री ने प्रवृत्ति से निवृत्ति अथवा असंयम से संयम की ओर प्रस्थान किया था। साध्वी श्री कंचन रेखा जी ने उनके समर्पण और सेवा भावनाओं को अद्भुत बताया। साध्वीवृन्द ने लयबद्ध प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम के माध्यम से बहुत ही आकर्षक तरीके से आचार्य श्री के अवदानों की प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम का शुभारंभ मोहनलाल भंसाली द्वारा प्रस्तुत काव्य पाठ से किया गया। तेरापंथी सभा के अध्यक्ष अमरचंद सोनी, तेरापंथ युवक परिषद के उपाध्यक्ष ललित राखेचा ने अपनी भावनाएं व्यक्त की। युवक परिषद के पदाधिकारियों ने युवादृष्टि के विशेषांक “चमन के बागबां” निवेदित की। युवक परिषद व किशोर मंडल के साथियों ने सामूहिक सामायिक कर अपनी अभिवंदना प्रस्तुत की। कन्या मंडल द्वारा प्रस्तुत नाटिका सबके आकर्षण का केंद्र रही। महिला मंडल द्वारा “महाश्रमण की गौरव गाथा” की लयबद्ध प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुति के साथ 6 विशेष संकल्प करवाए गए। कार्यक्रम का सफल संचालन तेरापंथी सभा के मंत्री रतन लाल छलाणी ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *