भागवत कथा को विराम, 51 जोड़ो ने दी आहूति
बीकानेर , 31 मई। स्थानीय बी- 3 सुर्दशना नगर स्थित शहीद भगत सिह पार्क मे चल रही श्री मद् भागवत कथा का शुक्रवार को पूर्णावति हो गई। इस अवसर पर श्रद्धालु का एकबारगी पंडाल छोटा पडने लगा।
प्रवक्ता शंकर सेवग ने बताया की कथा के अन्तिम दिन यज्ञ से पूर्व लक्ष्मीनाथ मंदिर व्यास पीठ के पंडित श्रीकांत व्यास ने अपनी सुमधूर शैली से बताया कि शुक्रदेव जी महाराज ने राजा परिक्षित को बताया कि आने वाले कलियुग मे इस भवसागर से पार होने का उपाय एक मात्र भगवान नाम का जप एवं संकीर्तन ही है। उन्होंने यह भी बताया कि आत्म अमर अजर है इस कोई नही मार सकता अर्थात वक्त से पहले मिली चीजें अपना मूल्य खो देती है और वक्त के बाद मिली चीजें अपना महत्व खो देता है।
व्यक्ति जो चाहे बन सकता है यदि विश्वास के साथ इच्छित वस्तू पर लगातार चिन्तन करे। पंडाल भागवत कथा के प्रसंग के दौरान कृष्ण कान्त पुरोहित एण्ड पार्टी द्वारा संगीत की धून पर पुरा पंडाल संगीतमय हो गया। प्रभारी मुकेश धूडिया ने बताया पंडित मनोज छंगाणी, श्रीवल्लभ, मांगीलाल व्यास जी ने पूर्ण विधि-विधान से यज्ञ की पूर्णावती करवाई। जिसमे बाद 51 जोडो सहित सभी श्रद्धालुओं ने भी यज्ञ मे मंगलमय की आहूति दी। जशपाल अरोड़ा ने बताया कि महाआरती के बाद सभी भक्तो को प्रसाद ग्रहण किया।
ज्योति विजयवर्गीय व टीना लोहिया ने भागवत कथा मे बने सचेतन झाकियों के पात्रों का स्वागत किया।नरेन्द्र लोहिया ने बताया कि समस्त सुर्दशना नगर वासियो के सहयोग से भागवत कथा सम्पन्न होने पर धन्यवाद ज्ञापित किया ।