गौशालाओं में चारा-चाटी की सुबह शाम हो व्यवस्था: डॉ.मीना
बीकानेर, 1 जून। हीट वेव प्रबंधन के नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) डॉ. दुलीचंद मीना ने शनिवार दोपहर लगभग 1 बजे गजनेर रोड स्थित श्री गंगा जुबली पिंजरा पोल गौशाला का निरीक्षण किया। यहां कुल 1 हजार 50 गौवंश हैं। यहां पेयजल के लिए कुंआ हैं तथा चारे के दो गौदाम हैं।
गौशाला में चारा एवं पानी की कोई कमी नहीं पाई गई। छाया के लिए कुल 9 बाड़े या वार्ड बने हुऐं हैं। जिन पर शेड तथा पंखे भी लगे हुए हैं। गौवंश की चिकित्सा के लिए संस्था का स्वयं का पशुधन सहायक कार्यरत है तथा पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध हैं।
संस्था के अध्यक्ष राजेश बिन्नाणी ने पिछले तीन महीने का अनुदान नहीं मिलने की जानकारी दी, तो डॉ. मीना ने पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। गौशाला में गौधन को चारा एवं चाटी, मजदूरों द्वारा वर्तमान में सुबह 9 बजे से एक बजे तक तथा सायं 2.30 बजे से छह बजे तक दिया जा रहा हैं।
डॉ मीना ने संस्था को निर्देश दिये कि यह समय हीट वेव की गाईडलाइन के अनुसार श्रमिकों तथा गौधन दोनों के अनुकूल नहीं है। अतः गौवंश को चारा-चाटी देने का कार्य प्रातः 10 बजे से पहले तथा सायंकाल 5 बजे बाद किया जाए। तापमान कम करने के लिए शेड की छत को ढक दें या इसे सफेद रंग के चूने से रंग दे या गोबर से लीप दें तथा शेड में जल का छिड़काव करें। गौधन को हरी घास, प्रोटीन-वसा, बाईपास पूरक, खनिज मिश्रण और नमक दें। कम गर्मी वाले घंटों के दौरान उन्हें चरने दें।