जयपुर ग्रामीण सीट पर बढ़ा विवाद, री-काउंटिंग की मांग
- कांग्रेस विधायक बोले- बीजेपी प्रत्याशी को जिताने में जुटा प्रशासन, वोट खारिज करने की कोशिश
जयपुर , 4 जून। जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर नतीजों को लेकर विवाद बढ़ गया है। भाजपा के राव राजेंद्र सिंह और कांग्रेस के अनिल चोपड़ा में कांटे की टक्कर है। काउंटिंग पूरी हो चुकी है और यहां भाजपा के राव राजेंद्र आगे है।
कांग्रेस प्रत्याशी ने चुनाव परिणाम को लेकर शिकायत दी है और पोस्टल बैलेट के वोटों की गिनती में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। वोटों का अंतर कम होने के कारण कांग्रेस प्रत्याशी ने री-काउंटिंग की मांग पर अड़े हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और शाहपुरा विधायक मनीष यादव कॉमर्स कॉलेज पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने दोनों को ही अंदर नहीं जाने दिया। इसके बाद बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थक JLN मार्ग पर प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया, रामनिवास गावड़िया और विद्याधर चौधरी भी कॉमर्स कॉलेज पहुंचे हैं। यहां एंट्री को लेकर उनकी पुलिस से बहस हुई है।
जयपुर शहर लोकसभा सीट के 8 विधानसभा क्षेत्रों में से भाजपा प्रत्याशी राव राजेंद्र सिंह को विराट नगर, झोटवाड़ा और फुलेरा विधानसभा क्षेत्र से बढ़त मिली है, जबकि अनिल चोपड़ा को कोटपूतली, आमेर, शाहपुरा, जमवारामगढ़ और बानसूर विधानसभा क्षेत्र में बढ़त मिली है।
जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट के लिए कॉमर्स कॉलेज में 106 टेबल पर 161 राउंड में 2 हजार 128 ईवीएम और 50 टेबल पर डाक मतपत्र की मतगणना हुई। इस सीट पर कुल 57.67% मतदान हुआ था।
चोपड़ा के समर्थकों ने की नारेबाजी
कॉमर्स कॉलेज के बाहर अनिल चोपड़ा के समर्थक हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने नारेबाजी कर री-काउंटिंग की मांग की। इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं की पुलिस से भी बहस हो गई।
री-काउंटिंग की मांग पर अड़े कांग्रेस प्रत्याशी
रिटर्निंग ऑफिसर रूम में भाजपा प्रत्याशी राव राजेंद्र और कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा आमने-सामने बैठे हैं। अनिल चोपड़ा ने री-काउंटिंग की मांग को लेकर हंगामा किया है।
कांग्रेस विधायक बोले- बीजेपी प्रत्याशी को जिताने में जुटा प्रशासन
कांग्रेस विधायक विद्याधर चौधरी ने कहा कि बीजेपी की सरकार तानाशाही कर लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए जनप्रतिनिधियों को भी अंदर नहीं जाने दे रही है, जो सरासर गलत है। हम जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से ही विधायक हैं। बावजूद इसके हमें हमारे प्रत्याशी से बात तक नहीं करने दी जा रही है और न ही प्रशासन का कोई व्यक्ति हमारी सुनवाई कर रहा है।
विधायक अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि अनिल चोपड़ा पर प्रशासन दबाव बनाकर 3000 से ज्यादा वोट खारिज करने की कोशिश में जुटा हुआ है, ताकि बीजेपी को 1500 वोट से जीता सके। इसे हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम यहीं धरना देंगे, चाहे पुलिस हमें गिरफ्तार ही क्यों न कर ले, लेकिन अब पीछे नहीं हटेंगे।