सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले जी का ‘भारत गौरव पुरस्कार’ देकर सम्मान

बीकानेर , 8 जून ( विवेक मित्तल )। अखिल मानवजाति के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत, साधना से संबंधित दिशादर्शन कर संपूर्ण संसार के साधकों का जीवन आनंदमय बनानेवाले, विज्ञानयुग में सरल भाषा में अध्यात्म का प्रसार कर समाज का दिशादर्शन करने वाले सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी को 5 जून 2024 को फ्रान्स के सीनेट में (संसद में) ‘भारत गौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया ।

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl

सनातन संस्था के प्रवक्ता चेतन राजहंस ने बताया कि फ्रेंच संसद के उपाध्यक्ष डॉमिनिक थिओफिल, मेहंदीपुर बालाजी ट्रस्ट के श्री नरेश पुरी महाराज, ‘संस्कृति युवा संस्था’ के अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा एवं फ्रेंच संसद सदस्य फ्रेडरिक बुवेल के करकमलों से भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के वैश्विक प्रसार के लिए किए गए अद्वितीय योगदान के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया ।

pop ronak

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की ओर से उनकी आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाल एवं श्रीचित्‌शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगील जी ने यह पुरस्कार स्वीकार किया । ‘संस्कृति युवा संस्था’ ने इस पुरस्कार के लिए सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी का चयन किया था ।

CHHAJER GRAPHIS

इस अवसर पर ‘संस्कृति युवा संस्था’ के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने कहा कि, सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी द्वारा भारतीय संस्कृति के लिए किया गया योगदान अद्वितीय है । उनके नेतृत्व में सनातन संस्था ने अनेक सामाजिक एवं सांस्कृतिक उपक्रमों द्वारा समाज में जागरूकता तथा सकारात्मक परिवर्तन किए हैं ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *