आचार्य श्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी के चातुर्मासिक प्रवेश की तैयारियां परवान पर
बीकानेर, 14 जुलाई। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ के आचार्यश्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी सहवृति मुनियों के साथ रविवार को गंगाशहर नाहटा भवन से अरिहंत भवन पहुंचे । सोमवार 15 जुलाई को गोपेश्वर बस्ती व 16 जुलाई मंगलवार को पन्नालाल हनुमान मल सिपानी निवास होते हुए भांड़ाशाह जैन मंदिर पहुंचेंगे। सिपानी निवास पर नवकारसी की व्यवस्था सुबह सात बजे रहेगी। भांडाशाह जैन मंदिर से सुबह आठ बजे साधु-साध्वी, श्रावक-श्राविकाओं के चतुर्विद संघ के साथ चातुर्मासिक प्रवेश करेंगे।
श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा ने बताया कि आचार्यश्री सहित 18 मुनि, विचक्षण ज्योति साध्वीश्री चन्द्रप्रभा की शिष्या बीकानेर मूल साध्वीश्री प्रभंजना, सुव्रताश्रीजी, साध्वीश्री चिद्यशा सहित पांच साध्वीवृंद का चातुर्मासिक प्रवेश होगा। आचार्यश्री व मुनिवृंद का चातुर्मासिक प्रवास ढढ्ढा चौक में कोठारी भवन व साध्वीवृंद का रांगड़ी चौक के सुगनजी महाराज के उपासरे में रहेगा।
आचार्यश्री के यादगार प्रवेश के लिए श्री युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ व मंत्री मनीष नाहटा,विनित नाहटा,मालचंद बेगानी, मनीष बोथरा,धीरज खटोल व अभय बांठिया सहित अन्य पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की टीम लगी है।
जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ ने बताया कि आचार्यश्री, मुनि व साध्वीवृंद की चातुर्मासिक प्रवेश की शोभायात्रा छह शताब्दी प्राचीन भांडाशाह जैन मंदिर से रवाना होकर सुराणा मोहल्ला, बैदों का महावीरजी मंदिर होते हुए बांठिया, आसानियों का चौक, रामपुरिया, गोलछा, मुकीम बोथरा, नाहटा भगवान आदिनाथ मंदिर, भुजिया बाजार के चिंतामणि आदिनाथ मंदिर दर्शन वंदन करते हुए ढढ्ढा चौक पहुंचेगी। जहां धर्म सभा होगी। धर्म सभा के बाद गोगागेट के अंदर श्री अग्रसेन भवन में साधर्मिक भक्ति का आयोजन होगा।