टोल से गुजरे बिना ही फास्टैग से कट रहे रुपए

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  • राज्य से बाहर गई गाड़ी मालिकों के मोबाइल आए मैसेज, रासीसर टोल पर जताया विरोध

बीकानेर , 17 जुलाई। फास्टैग व्यवस्था वाहन चालकों के लिए सुविधा के साथ ही परेशानी का काम कारण भी बन गया है। कई वाहन मालिकों को बिना यात्रा किए ही उनके वाहन नंबर के फास्टैग से टोल कटने के मैसेज मिल रहे हैं।

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बीकानेर के दीपक सेठिया की कार घर पर खड़ी है और मध्यप्रदेश के किसी टोल के नाम से खाते से पैसे कट गए। मजेदार बात यह है की सुरक्षा की दृष्टि से उन्होंने अपने खाते में न्यूनतम राशि ही रख छोड़ी थी परन्तु बैंक खाते में बैलेंस (-) माइन्स में बता रहा है। उन्होंने बैंक से सम्पर्क किया तो ऑनलाइन शिकायत करने का कहकर बैंक वालों ने पला झाड़ लिया। यह पुरे देश भर में धोखा देने का ऑनलाइन कार्य चल रहा है। सरकार व सम्बधित विभाग को तुरन्त जनता को राहत देनी चाहिए।

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मंगलवार रात को भारतमाला के नोखा रासीसर टोल पर सैकड़ों भारी वाहनों के लाखों रुपए टोल काटने का मैसेज मिलने पर सैकड़ों वाहन चालक भारतमाला टोल पर पहुंचे व अपना विरोध जताया। इस दौरान उन्होंने रोष जताते हुए प्रदर्शन किया। मौके पर भारी वाहनों की कतार लग गई। उपस्थित वाहन मालिकों ने बताया कि टोल प्रबंधन की लापरवाही के कारण खाते से पैसे काट लिए गए हैं। इस पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

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वाहन चालकों ने बताया कि रासीसर टोल प्लाजा पर उनकी गाड़ी टोल पर आई नहीं, फिर भी फर्जी टोल कट रहा है। गाड़ी झारखंड, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र अन्य राज्यों में गई हुई है। मंगलवार को भारतमाला के फास्ट्रेक टोल कटे है। रासीसर गांव की लगभग 300 गाड़ियों का फास्टैग काटने का मैसेज हमारे पास आया है।

इस हिसाब से बाहर की गाड़ियों के भी यहां टोल काटा होगा, हमारी एक गाड़ी नोखा में टाटा कंपनी में खड़ी है, जो तैयार हो रही है। उसका भी टोल काट लिया गया है।

इस अवसर पर रामनिवास, सुरेश, सुंदरलाल, प्रेम सहित वाहन मालिक की उपस्थित रहे।

टोल मैनेजर जितेंद्र ने बताया कि अगर गलत टोल काटा है तो बैंक द्वारा रिफंड कर दिया जाएगा। सूचना मिलने पर नोखा थाने के एएसआई शम्भूसिंह मौके पर पहुंचे व वाहन चालकों को समझाइस की।

3500 रुपए कटने के आया मैसेज
वन मलिक ने बताया कि उनके मोबाइल पर 3500 काटने के मैसेज उन्हें प्राप्त हुए हैं। वहीं कुछ फास्टैग माइनस में भी पहुंच चुके हैं। फर्स्ट टैग के माइनस होने का प्रावधान ही नहीं है, जबकि उनके मैसेज माइंस में होने के प्राप्त भी हो रहे हैं।

 

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