साहुकारपेट व माधवरम में मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया
माधावरम् (चेन्नई ) , 21जुलाई। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद् चेन्नई द्वारा आचार्य श्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी श्री डॉ गवेषणा श्री जी ठाणा 4 के सान्निध्य में मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं ने मंगलाचरण गीत का संगान से किया। तेयुप अध्यक्ष श्री संदीप मुथा ने सभी संस्था के पधाधिकारी, ज्ञानशाला प्रशिक्षिका, ज्ञानार्थी एवं श्रावक समाज का स्वागत किया। साध्वीश्री जी ने नौ वर्षीय बालक बालिकाओं को मंत्र दीक्षा ग्रहण करवाई । मंत्र दीक्षा दिलाते हुए साध्वी श्री जी ने फरामाया कि नमस्कार महामंत्र सभी पापों का नाश करने वाला महामंत्र है।
साध्वी श्री मयंकप्रभाजी ने फ़रमाया कि आचार्य श्री भिक्षु जीनवाणी की आराधना करते हुए साधना पर निरन्तर आगे बढ़ते गयें। साध्वी श्री दक्षप्रभा जी ने सुमधुर गीतिका का संगान किया ।
माधावरम् ट्रस्ट के प्रबन्धन्यासी श्री घीसुलाल बोहरा ने ट्रस्ट की ओर से सभी का स्वागत किया । कार्यक्रम का संचालन साध्वी श्री मेरुप्रभा जी ने एवं मंत्र दीक्षा का संचालन श्री प्रवीण सुराणा ने किया। तेयुप उपाध्यक्ष कोमल डागा ने साध्वी श्री जी को मंत्र दीक्षा का किट निवेदित किया l
इस अवसर पर तेयुप चेन्नई संगठन मंत्री श्री नितेश मरलेचा, पूर्वाध्यक्ष एव परामर्शक मुकेश नवलखा, तेयुप कार्यसमिति सदस्य आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम के संयोजक रोहक डागा का सराहनीय श्रम रहा। कार्यशाला के प्रायोजक रणजीतमल अक्षयकुमार ध्रुव छल्लाणी परिवार का तेयुप चेन्नई द्वारा आभार प्रकट किया गया। धन्यवाद ज्ञापन तेयुप सहमंत्री श्री ललित सुराणा ने दिया ।
साहुकारपेट , चेन्नई , 21जुलाई। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद् चेन्नई द्वारा आचार्य श्री महाश्रमणजी के सुशिष्य मुनिश्री हिमांशु कुमारजी ठाणा 2 के सान्निध्य में मंत्र दीक्षा कार्य का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ कन्या मंडल ने “भिक्षु अष्टकम्’ के सुमधुर संगान से किया। मुनिश्री ने नौ वर्षीय बालक बालिकाओं को मंत्र दीक्षा ग्रहण करवाई । मंत्र दीक्षा दिलाते हुए मुनि श्री जी ने फ़रमाया कि जरूरत इस बात की है कि हम तत्त्व को समझे सत्य को समझे जिससे हम सफल जीवन के मार्ग पर प्रशस्त होते रहें।
मुनि श्री हेमन्त कुमार जी ने गुरु के प्रति समर्पण और निष्ठा भाव को पुष्ट करने की प्रेरणा दी और कहा कि जुडना महत्त्वपूर्ण है और उससे भी महत्त्वपूर्ण है जुडे रहना।
इस अवसर पर तेयुप चेन्नई अध्यक्ष संदीप मुथा , उपाध्यक्ष प्रथम विशाल सुराणा , निवर्तमान अध्यक्ष दिलीप गेलडा, युवागौरव भरत मरलेचा , तेयुप चेन्नई के पूर्वाध्यक्ष, परामर्शक, कार्यसमिति सदस्य एव सभी संघीय संस्थाओ के पदाधिकारी आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम के संयोजक दीपक श्रीश्रीमाल एवं अनुराग पुगलिया का सराहनीय श्रम रहा।
मंत्र दीक्षा के प्रायोजक रणजीतमल अक्षयकुमार ध्रुव छल्लाणी परिवार का तेयुप चेन्नई द्वारा सम्मान एव आभार प्रकट किया गया।धन्यवाद ज्ञापन तेयुप मंत्री सुरेश तातेड ने दिया।