गंगादास कौशिक स्मृति में सैन्य जवान कुलदीप गौतम को वीरता सम्मान
बीकानेर , 31 जुलाई। भारतीय आजादी संग्राम मे बीकानेर रियासत के प्रथम पंक्ति के स्वतंत्रता सेनानी श्री गंगादास कौशिक जी की पुण्यतिथि पर कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा शहीद उधान में पुष्पांजलि और श्रद्धांजलि का कार्यक्रम रखा गया इस अवसर पर भारतीय सेना के जवान जिनको कारगिल युद्ध के दौरान 11 गोलियों ने छलनी किया कुलदीप गौतम उनको वीरता सम्मान से सम्मानित किया।
फाउंडेशन की निदेशक कामिनी विमल भोजक मैया ने पंडित गंगादास कौशिक के तेल चित्र पर पुष्पहार अर्पित करते हुए कहा की वतन की हिफाजत में अपने को जो कुर्बान कर देता है जिसके लिए वतन का सम्मान उसका अभिमान होता है ऐसे विरले व्यक्तित्व के लोग ही गंगादास कौशिक के रूप में सामने आते है।
फाउंडेशन द्वारा आज कारगिल युद्ध के जांबाज सिपाही सूबेदार कुलदीप गौतम का इस अवसर पर वीरता सम्मान से सम्मान किया गया शाल, श्रीफल, माला और प्रतीक चिन्ह देते हुए कामिनी विमल भोजक मैया ने कहा की
“कर सके जो अपने को वतन पर कुर्बान , इतिहास में गाया जाता रहा है सदा उनका गान, आपने बचाया देश का मान सम्मान, आप पर है हम सबको अभिमान”।
वरिष्ठ समाजसेवी आर के शर्मा ने कहा की आज के दौर में जब संसाधन बहुत है तब भी बहुत बार संवाद हीनता हों जाती है उस वक्त मेरे स्वतंत्रता सेनानियो को संदेश पहुंचाना कितना कठिन रहा होगा लेकिन गंगादास कौशिक को इसमें महारात हासिल थी आज उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ये आग्रह रहेगा की आप सभी देश के जवानों के प्रति अपने सम्मान को कभी कम मत होने देना।
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.पी.के.सरीन ने कहा की आजादी के संग्राम में जिन्होंने अपनी आहुति दी जिन्होंने घर परिवार को छोड़कर वतन को चुना ऐसे महान पुरषों की गाथाएं घर घर में पहुंचनी चाहिए।
रानी बाजार मंडल अध्यक्ष नरसिंह सेवग ने कहा की आज बड़ा पावन दिन है जब हम एक ऐसे सपूत को याद कर रहे जिसने जंगे आजादी में अपना सर्वस्व दिया और उसी अवसर पर एक ऐसे वीर सपूत का सम्मान जिसने कारगिल युद्ध के दौरान खुद को कुर्बान करना मंजूर किया लेकिन दुश्मनों को आगे बढ़ने नही दिया ये वास्तविकता में बड़ा रोचक समय है।
वरिष्ठ समाजसेवी सत्यदेव शर्मा ने कहा की गंगादास कौशिक जैसे विरले पुरुष भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा है उनकी जीवनी प्रेरणास्पद है। आभार वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नरसिंह दास व्यास ने जताया। संचालन नितिन वत्सस ने किया।
कारगिल युद्ध के दौरान 11 गोलियों से छलनी हुए सूबेदार कुलदीप गौतम ने कहा की देश के लिए अगर कुर्बान होना ही नए मानव जीवन में पुनः आने की शर्त हो तो वे हजारों बार जन्म लेंगे और देश की हिफाजत करेंगे आज के सम्मान पर आभार ज्ञापित करते हुए कहा की सैनिकों का गर्व और अधिक बढ़ जाता है जब देश का व्यक्ति उनके योगदान पर उनको आशीर्वाद देता है।
इसके बाद दो मिनट का मौन रखकर गंगादास कौशिक को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर जनाब मुस्ताक अली, धनसुख आचार्य, खुश भोजक, श्रीमती दुर्गा देवी, कुलदीप भोजक, राहुल, सोनू सहित गणमान्य जन उपस्थित थे।