24,797 पदों पर सफाई कर्मचारी भर्ती हो सकती है रद्द

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  • वाल्मीकि समाज के आंदोलन के बाद सरकार नए सिरे से भर्ती करने की तैयारी में

जयपुर , 3 अगस्त। राजस्थान में 24,797 पदों पर सफाई कर्मचारी भर्ती होगी रद्द कर अब नए सिरे से निकाली जा सकती है। स्वायत्त शासन विभाग अब इसे नए सिरे से भर्ती निकालेगा। इससे राजस्थान में पिछले 12 दिनों से जारी सफाई कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो सकती है। वाल्मीकि समाज की मांग के बाद सरकार ने मौजूदा भर्ती प्रक्रिया में बदलाव की तैयारी शुरू कर दी है।

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दरअसल, राजस्थान सरकार द्वारा 1 मार्च को प्रदेश में 24 हजार 797 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली गई थी। इसमें प्रदेश भर में 9 लाख 20 हजार से ज्यादा आवेदन आए थे। इन आवेदनों में बड़ी संख्या में गैर वाल्मीकि समाज के युवा भी शामिल थे। इसके बाद वाल्मीकि समाज ने सफाई कर्मचारी भर्ती में प्राथमिकता की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया था।

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कालीचरण सराफ को दी गई थी हड़ताल खत्म करने की जिम्मेदारी

सरकार द्वारा जब भर्ती नियम में संशोधन नहीं किया गया। वाल्मीकि समाज ने 23 जुलाई से कार्य बहिष्कार कर हड़ताल शुरू कर दी। इसके बाद पूरे प्रदेश की सफाई व्यवस्था दिनों दिन बिगड़ने लगी थी। जिसे दुरुस्त करने के लिए सरकार द्वारा इस पूरी हड़ताल को खत्म करने की जिम्मेदारी जयपुर के मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ को दी गई।

जिन्होंने स्वायत्त शासन विभाग के अधिकारियों, हड़ताल पर गए सफाई कर्मचारियों से बातचीत कर इस पूरे मामले का ब्योरा यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा को दिया। जिन्होंने मौजूदा भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर नए सिरे से भर्ती करने का फैसला किया है। हालांकि अब तक सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल को खत्म नहीं किया है।

संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा- वाल्मीकि समाज अपनी जायज मांग को लेकर गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहा है। जब तक सरकार हमारी सभी मांगों को पूरा नहीं करती हम हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।

इन मांगों को लेकर अड़ा संघ

सफाई कर्मचारियों की भर्ती मस्टरोल के आधार पर की जाए। 1 साल तक पहले कर्मचारी से काम करवाया जाए, उसके बाद नियुक्ति दी जाए। वाल्मीकि समाज के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाए। पूर्व की जिन भर्तियों में कोर्ट में मामला विचाराधीन है, या जिन पर निर्णय हो चुका है। उनमें नियुक्ति के आदेश जारी किए जाएं।

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