भक्तों की सुरक्षा और इंतजाम में लगे दरोगा राठी की मौत
कानपुर , 14 अगस्त। सावन का महीना चल रहा है और तमाम शिवालयों में भक्तों की भीड़ हो रही है. ऐसे में पुलिस ने पुख्ता बंदोबस्त के लिए तमाम पुलिस कर्मियों को शहर के तमाम मंदिरों में तैनात कर रखा है.
कानपुर के वनखंडेश्वर मंदिर में दरोगा गश खाकर अचानक जमीन पा गिरा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. दरोगा की मौत से मंदिर में हड़कंप मच गया. मंदिर में तैनात अन्य पुलिसकर्मी और श्रद्धालुओं ने दरोगा को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
भगवान के मंदिर में भक्तों की सुरक्षा और इंतजाम की देखरेख कर रहे तमाम पुलिस कर्मियों के सामने एक दरोगा की अचानक तबियत बिगड़ी और मंदिर परिसर मे ही गश खाकर दरोगा पंकज राठी जमीन पर गिर गया और दम तोड दिया. पूरा मामला कानपुर के पी रोड स्थित वनखंडेस्वर मंदिर का है, जहां सावन के सोमवार को एक दरोगा पंकज राठी की मंदिर में खूब भीड़ थी और मौसम भी उमस भरा था. इसी बीच दरोगा की तबियत खराब हुई वो कुछ समझ पाता तब तक गश खाकर वो जमीन पर गिरा और होश में नहीं आया.
मंदिर में ड्यूटी के दैरान गिरा पुलिसकर्मी
आनन फानन में पुलिस कर्मी और मंदिर में मौजूद लोगों की भीड़ लग गई. उसे मंदिर से अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन वहां दरोगा को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. कानपुर के सीसामऊ थाने में बैठक में रुके दरोगा पंकज राठी बिजनौर के रहने वाले थे और 11/03/2024 को थाना आर्मापुर से स्थानांतरण के बाद सीसामू थाने की बैरक में रुके हुए थे. आइसिस दरमियान वो मंदिर के लिए निकले और वहीं उनकी मौत हो गई.
मंदिर में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि दरोगा ड्यूटी कर रहे थे तभी तबियत खराब हुई और उनकी मृत्यु हो गई, लेकिन पुलिस की माने तो दरोगा पंकज मंदिर के लिए निकले थे और 7 बजे उनकी तबियत खराब हुई और वो वहीं गश खाकर गिर गए और उनकी मृत्यु हो गई.
मौत का अब तक नहीं हो पाया खुलासा
कानपुर पुलिस ने इस घटना के बारे में परिजनों को सूचना दी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी की दरोगा की मौत किया कारण से हुई है. क्योंकि जिस दिन मौत हुई उस दिन मौसम भी बहुत उमस भरा था और मंदिर परिसर में भीड़ भी बहुत थी. गर्मी और उमस भी इसका एक कारण हो सकता है और दिल के दौरा पड़ने से भी मौत की आशंका अजताई जा रही है.
पोस्टमार्ट रिपोर्ट में हो पाएगी पुष्टि
फिलहाल मौत की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हो पाएगी. वहीं कानपूर्णपुली के अधिकारियों ने दरोगा की मौत पर अफसोस जाहिर किया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. वहीं क्वीन पुलिया कमिश्नर की ओर से इस मौत पर दुख जाहिर किया गया है और परिवार को सांत्वना दी गई है. मृतक दरोगा के परिजन सूचना पर कानपुर पहुंच गए हैं और शव को पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार करेंगे.
परिवार में पत्नी विधि और रिटायर्ड दारोगा पिता रघुवीर सिंह राठी
सिर में गंभीर चोट लगने पर उन्हें हैलट में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मूलरूप से बिजनौर के तबीबपुर धुंधली निवासी दरोगा पंकज कुमार राठी वर्तमान में अर्मापुर थाने में तैनात थे। शहर में वह सीसामऊ थाना परिसर में स्थित आवास में रहते थे। परिवार में पत्नी विधि और रिटायर्ड दारोगा पिता रघुवीर सिंह राठी हैं। साले पारस सिंह ने बताया कि वह शराब के लती थे। बीते डेढ़ साल से वह लीवर की बीमारी से जूझ रहे थे।
पंकज कई महीनों से बीमार चल रहे थे
इसी वजह से वह डिप्रेशन में चल रहे थे। बीमारी की वजह से करीब एक महीने से वह ड्यूटी पर भी नहीं जा रहे थे। सोमवार को वह वनखंडेश्वर मंदिर में गश खाकर गिर पड़े। उन्हें हैलट ले जाया गया जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद पहुंचे परिजन पोस्टमार्टम के बाद उनका शव पैतृक घर ले गए। थाना प्रभारी हिमांशु चौधरी ने बताया कि पंकज कई महीनों से बीमार चल रहे थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट लगने की मौत की वजह बताई गई है।