डॉ. पूनम अंकुर छाबड़ा के आतिथ्य में वृक्षारोपण प्रदर्शनी का आयोजन
जयपुर , 22 अगस्त। दी एज्यूकेशन कमेटी ऑफ़ दी माहेश्वरी समाज (सोसाइटी) जयपुर’ के तत्वावधान में विशाल वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी कार्यक्रम माला में एम पी एस संस्कृति अजमेर रोड में वृक्षारोपण प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्षा डॉ. पूनम अंकुर छाबड़ा रही, विद्यालय कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते हुए विद्यार्थियों को वृक्षारोपण करने व उनके संरक्षण की जिम्मेदारियों से अवगत करवाते हुए इस प्रकृति की हमारे जीवन में उपयोगिता पर अपने आशीर्वचन कहें।
इसी अवसर पर एमपीएस संस्कृति के नन्हे-मुन्ने बाल-गोपालों ने विभिन्न पौधों की प्रदर्शनी लगाकर फल-फूलों, साग-सब्जियों, प्राकृतिक उत्पादों के बारे में बताया। बालक-बालिकाओं ने सांस्कृतिक परेड प्रस्तुत करते हुए राजस्थानी व पंजाबी संस्कृति की अनुपम छटा के दर्शन करवाते हुए घूमर-कालबेलिया,गिद्धा, गणगौर नृत्य तथा पंच-प्यारों की झाँकी प्रस्तुत की और पेड़-पौधे ही जीवन है का संदेश दिया। प्रिय अभिभावकजनों ने कार्यक्रम में पधार कर विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया तथा ई सी एम एस गो ग्रीन कैंपेन की इस पहल पर उन्हें भी पौधे उपहार स्वरूप दिए गए।
विद्यालय मानद् सचिव श्याम सुंदर तोतला, भवन सचिव श्रीमान अरविंद मांधनिया, प्राचार्या श्रीमती दलजीत कौर आदि महानुभावों ने आगंतुक अतिथि का स्वागत उद्बोधन करते हुए विद्यार्थियों को ईश्वर के अनुपम उपहार वृक्षों के पोषण व संरक्षण का सजग संदेश दिया।
विद्यालय में ‘अलंकरण समारोह’ कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर महानुभावों के द्वारा सभागार में शिक्षार्थियों का अभिनंदन करते हुए विद्यालय के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का व कर्तव्यों के निर्वाहन हेतु प्रत्येक सदन, सांस्कृतिक, खेल आदि पदों के कार्यभार की जिम्मेदारी के लिए कप्तान, उपकप्तान के अलंकरणों से विभूषित किया गया। हेड गर्ल पद पर खुशी जैन व हेड बॉय के लिए वीरेन्द्र गुर्जर को पदासीन करते हुई संपूर्ण विद्यालय की सह-शैक्षणिक गतिविधियों की देखरेख व जीवन में पूर्ण निष्ठा के साथ कर्तव्यपरायणता के बोध हेतु उपर्युक्त पदभार की जिम्मेदारी सौंपी गईं।
ग़ौरतलब रहे डॉ. पूनम अंकुर छाबड़ा शराबबंदी आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्षा हैं एवम शहीद पूर्व विधायक गुरुशरण छाबड़ा जी की पुत्री हैं जो कि पिछले एक दशक से भी ज्यादा से पूरे देश भर में गैरराजनीतिक तरीके से शराबबंदी आंदोलन चला रही हैं।