रामपुरिया कॉलेज में दो दिवसीय सिमुलेशन तथा केस स्टडी पर कार्यशाला का आगाज़
बीकानेर , 9 सितम्बर। रामपुरिया कॉलेज के इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, में केस स्टडीज तथा सिमुलेशन पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शैक्षणिक दृष्टिकोण में नवाचार लाना और शिक्षण विधियों को प्रभावशाली बनाना रहा।
कार्यशाला के मुख्य वक्ता प्रोफेसर मोहन लाल अग्रवाल रहे जो की दुबई से आए एक अनुभवी शिक्षाविद् और मैनेजमेंट विशेषज्ञ हैं। इससे पूर्व, प्रोफेसर अग्रवाल आई आई एम लखनऊ में भी प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहे हैं।
कार्यशाला में मुख्य अतिथि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने अपने उद्बोधन में वास्तविक जीवन के कुछ उदाहरण द्वारा केस स्टडीज की महत्त्व पर प्रकाश डाला तथा बताया की कैसे केस स्टडीज द्वारा छात्रों में समस्या समाधान की क्षमता, निर्णय लेने की योग्यता और नेतृत्व कौशल को विकसित किया जा सकता है।
कार्यशाला का प्रथम दिन में सिमुलेशन गेम्स पर ध्यान केंद्रित किया गया। सिमुलेशन गेम्स आधुनिक शिक्षण विधियों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वे छात्रों को वास्तविक जीवन के व्यावसायिक परिदृश्यों का अनुभव कराने में सहायक होते हैं।
डॉ. अग्रवाल ने सिमुलेशन गेम्स के माध्यम से शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया को और अधिक रोचक और प्रभावी बनाने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे सिमुलेशन गेम्स छात्रों को व्यापारिक निर्णय लेने की प्रक्रिया से परिचित कराते हैं और उन्हें इस बात की समझ प्रदान करते हैं कि किस प्रकार से व्यावसायिक समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने सिमुलेशन गेम्स के विभिन्न पहलुओं का अनुभव किया। उन्हें इन गेम्स में विभिन्न व्यावसायिक भूमिकाएँ निभाने का अवसर मिला, जिससे उन्हें व्यावसायिक जगत की चुनौतियों और समस्याओं का वास्तविक अनुभव हुआ।
दो दिवसीय कार्यशाला का दूसरा दिन भी अत्यंत महत्वपूर्ण होगा, जहां अंतर्राष्ट्रीय केस स्टडीज पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।