आठ सूत्री मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में हजारों लोगों ने दिया धरना
- जिला कलेक्टर और विधुत विभाग के अधिकारियों से बिन्दुवार मांगो का हुआ निस्तारण
बीकानेर, 30अक्टूबर। आठ सूत्री मांगों को लेकर पूर्व मंत्री गोविन्दराम मेघवाल के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में धरना दिया। पूर्व मंत्री गोविन्दराम मेघवाल ने धरने को सम्बोधित करते हुए कि बिजली सप्लाई कम्पनी बीकेईएसएल में संविदा कार्मिक तेजकरण मेघवाल की ड्यूटी के दौरान करन्ट लगने से मृत्यु विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की गलती से हुई है, इसलिए दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए।
उन्होंने कहा कि विधुत सप्लाई कम्पनी के एमओयू में 70प्रतिशत कर्मचारी अन्य राज्यों व शहरों से भर्ती किए हुए जबकि एमओयू की शर्तों के अनुसार स्थानीय कर्मचारी भर्ती होने चाहिये।इतना ही नहीं ठेकेदारों द्वारा संविदा कर्मियों को न्यूनतम मजदूरी से भी कम मजदूरी दी जाती है और कार्य के घण्टे 8 की बजाय 24 घण्टे कार्य करवाया जाता है।कम्पनी ने वर्तमान में 4से 6 हजार वेतन पर संविदा कर्मियों को भर्ती किया हुआ है।
उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग एक कमेटी बनाकर इन संविदा कर्मियों की सभी समस्याओं को सुनकर उनकी जाँच करें और विधिपूर्वक उन समस्याओं का निस्तारण करे।उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली विभाग को खुली लूट की छूट दे रखी है। बीकानेर शहर में विद्युत कंपनी बीकेईएसएल द्वारा विद्युत व्यवस्था को चौपट कर रखा हुआ है,घरों में विद्युत बिलों में कई तरह के चार्ज जोड़कर आमउपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है।
बकाया बिलों के भुगतान हेतु गरीब लोगों पर अनावश्यक दबाव डालकर धमकाया जा रहा है,इसके लिए विद्युत कंपनी पर शख्त कार्रवाई की जावे ।उन्होंने स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम को भी बीकानेर जिले की चरमराई हुई पानी, बिजली, टूटी सड़को, बिगड़ी कानून व्यवस्था, माफियाराज आदि अव्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया।
कांग्रेस जिला संगठन महासचिव मार्शल प्रहलाद सिंह ने बताया कि धरने को जिलाध्यक्ष यशपाल गहलोत, देहात कांग्रेस उपाध्यक्ष मुखराम धतरवाल, हेतराम जाखड़,पूर्व देहात जिलाध्यक्ष व प्रदेश प्रवक्ता महेन्द्र गहलोत,यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष भँवर लाल कुकणा, पांचू प्रधान प्रतिनिधि प्रेमा राम, सेवादल प्रदेश सचिव सुभाष स्वामी, पार्षद आनन्द सिह सोढा, नेता प्रतिपक्ष नगरनिगम चेतना डोटासरा, नरेंद्र सिंह राजावत, सरपंच अर्जुनराम,रामदेव, जेठाराम,काशीराम, फूसाराम,सुरेन्द्र डोटासरा,अरुण व्यास, प्रदेश सचिव रामनिवास कुकणा,हरिराम गोदारा, पार्षद
मनोज जनागल,पारस मारू,आजम खान, मुरली पन्नू, पूनमचन्द,दीपक अरोड़ा,सहीराम गोदारा लालचन्द सहित अनेक नेताओं ने धरने को सम्बोधित किया।
मार्शल ने बताया कि पूर्व मंत्री मेघवाल ने जिला कलेक्टर और विधुत विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर प्रत्येक मांग का लिखित में जवाब देने की मांग की,जिस पर विधुत विभाग ने लिखित में जवाब पत्र भी धरना स्थल पर उपलब्ध करवाया।
मृतक के आश्रितों की मांगों को बिजली सप्लाई कम्पनी अधिकारियों द्वारा मानते हुए 50लाख मुआवजा,मृतक की पत्नी को 10हजार रुपये पेंशन, मृतक के आश्रित को एक संविदा कर्मचारी की नियुक्ति तथा मृतक के भाई द्वारा दर्ज मुकदमें की निष्पक्ष जांच कर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाने पर सहमति बनी।इसके अलावा जो बिकेईएसएल के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर धरने पर साथ बैठे थे उनकी मांगो पर भी पूर्व मंत्री और विभागीय अधिकारियों के बीच सहमति बनी,उसमें संविदा कर्मियों का बीमा कंपनी नहीं करती थी, अब प्रत्येक कार्मिक का 25लाख का बीमा किया जाएगा। उनका भुगतान निर्धारित न्यूनतम मजदूरी नियमों के अनुसार किया जाएगा।तथा उनकी बाकी समस्याओं के लिए विद्युत विभाग द्वारा एक कमेटी गठित कर निस्तारण करने पर सहमति हुई।
इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के लिए 06 घण्टे तथा सिंगल फेस विधुत सप्लाई 24 घण्टे किए जाने, कृषकों को वरीयता अनुसार डीपी जारी करने पर भी सहमति बनी। धरने पर सैकड़ों की संख्या में महिलाओ सहित हजारों लोग मौजूद रहे।