बाड़मेर का ऐसा पहला कलेक्टर,जिसने सात दिन में बदल डाली शहर की सूरत
- हर जिलेवासी की जुबान पर एक ही नाम, कलेक्टर हो तो ऐसी, नाम है टीना डाबी।
बाड़मेर , 4 अक्टूबर।( डालू जाखड़ ) पश्चिम राजस्थान का थार के रेगिस्तान में बसा बार्डर का जिला बाड़मेर जो वर्तमान में जिले की मुखिया जिला कलेक्टर के कारण पूरे राज्य में सुर्खियां बटोर रहा है। जी हां हम बात कर रहे हैं बाड़मेर की वर्तमान जिला कलेक्टर टीना डाबी की।
डाबी की बदौलत पूरे शहर की सात दिन में स्वच्छता के क्षेत्र में सूरत ही बदल डाली। दरअसल टीना डाबी ने नवो बाड़मेर के नाम से स्वच्छता अभियान के नाम पर भामाशाहों के सहयोग से एक अभियान चलाया जो वर्तमान में एक अच्छा रूप ले चुका है।
नवो बाड़मेर आईएएस टीना डाबी ने करीब एक सप्ताह पूर्व नवो बाड़मेर नाम से एक अभियान चलाया जिसमें कचरे से अटे शहर व चौराहों को स्वच्छ बनाना था, शुरुआत हुई तो भामाशाह भी जुड़े और पूरा शहर की सूरत ही सात दिन में बदल गई।
चौबीस घंटे में बनाई सड़क
नवो बाड़मेर अभियान के तहत स्व तनसिंह चौहान मार्ग को भामाशाह जोगेन्द्रसिह चौहान और राजेंद्र सिंह चौहान ने चौबीस घंटे में उबड़-खाबड़ सड़क मार्ग को डामरीकरण कर कीर्तिमान स्थापित किया। इसके अलावा रेल्वे स्टेशन स्थित अहिंसा सर्किल को भी रंग-रोगन, फाऊंटेन लगाकर सर्किल को ही बदल डाला,जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। इसके अलावा जिला कलेक्टर स्वयं स्वच्छता अभियान की मानिटरिग कर रही है।
हर कोई आ रहा है आगे
नवो बाड़मेर अभियान के अन्तर्गत शहर की विभिन्न स्कूल, भामाशाह, स्वयंसेवी संगठन आगे आ रहे हैं और सड़क, चौराहे गोद ले रहे हैं और शहर की स्वच्छ और सुंदर बना रहे हैं। जिसका हर कोई जिलेवासी बखान कर रहा है। बाड़मेर को ऐसा पहला कलेक्टर मिला है जो सार्वजनिक कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है और जिसने गंदगी से अटे बाढाणा को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने की ठानी।