बीएसएफ स्कूल को जल्द होगा भूमि का आवंटन, केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने की घोषणा
बीकानेर , 5 अक्टूबर। जयन्त चौधरी कौशल विकास एवं उधमशीलता व शिक्षा राज्य मंत्री भारत सरकार एवं मदन दिलावर शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग मंत्री राजस्थान सरकार व बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास व भरतपुर विधायक सुभाष गर्ग के द्वारा बीकानेर के उच्च माध्यमिक विद्यालय बीएसएफ बीकानेर का विजिट किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय में रचनात्मक कौशल एवं विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन भी हुआ। जिसमें विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए विज्ञान के विभिन्न मॉडल आदि का प्रदर्शन किया गया। विद्यालय के शाररिक शिक्षक पैरा ओलंपियन श्याम सुंदर स्वामी का अंतरराष्ट्रीय पटल पर देश का प्रतिनिधित्व करने व शिक्षक हुकमचंद चौधरी को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्त करने पर केंद्रीय मंत्री जयन्त चौधरी, शिक्षा मंत्री मदर दिलावर, बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास, भरतपुर विधायक सुभाष गर्ग द्वारा सम्मानित किया गया।
केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि विद्यालय के शिक्षक हुकम चंद चौधरी की प्रेरणा से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बीएसएफ को तीन बीघा भूमि आवंटित करने का कार्य प्रगति पर है और जल्द ही विद्यालय को भूमि आवंटित कर दी जाएगी। चौधरी ने कहा कि देशभर में स्कूली शिक्षा में व्यापक सुधार किए जा रहे हैं।
केन्द्र सरकार, राज्य सरकारों के साथ मिलकर उन्नत और गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध करवाने के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कई शिक्षकों द्वारा सीमित संसाधनों के बावजूद बेहतरीन शिक्षा देने का कार्य प्रतिबद्धता के साथ करना सराहनीय है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बीएसएफ स्कूल के स्थायी भवन के लिए तीन बीघा जमीन आवंटित होगी। समग्र शिक्षा के तहत प्राप्त प्रस्तावों पर शीघ्र कार्रवाई कर विद्यालय भवन निर्माण करवाया जाएगा।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने संबोधित करते हुए कहा कि बीएसएफ स्कूल को भूमि आवंटन का कार्य प्रगति पर है। राजस्थान के सरकारी विद्यालयों में भौतिक संसाधनों में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी। सभी विद्यार्थी मन लगाकर अध्ययन करें और अध्यापक भी स्व अध्ययन कर विद्यालय आए।
विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानाचार्य पूजा दावां, हुकमचंद चौधरी, राजेन्द्र भार्गव, भवरलाल पंवार, किरण राठौड़, भंवरलाल पोटलिया, प्रियंका खत्री, शिवशंकर गोदारा, भगवान सारण, भंवर सांगवा, आदूराम मेघवाल, लालूराम भाम्भू, रामकुमार बामनिया,आरिफ अली, जयपाल सोनी, अरुण बारूपाल, भगवती सोनी आदि की व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका रही।