जैनत्व जैन संस्कार विधि हम घर-घर तक पहुंचाएंगे
- कोयम्बतुर में जैन संस्कार विधि से गृह प्रवेश
कोयम्बतुर , 12 अक्टूबर। जैन संस्कार विधि से इडवा निवासी कोयम्बतुर प्रवासी श्रीमती ज्योति प्रेम सुराणा के सुपुत्र श्रीमती पल्ल्वीवी अंकुर सुराणा का नूतन गृह प्रवेश करवाया गया। जैन संस्कारक निर्मल बेग़वानी ने पुरे विधि विधान व मंगल मंत्रोच्चार से सानन्द संपादित करवाया। पारिवारिकजनों द्वारा मंगलभावना यंत्र की विधिवत स्थापना की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के द्वारा की गई। तत्पश्चात संस्कारक द्वारा मंगलभावना यंत्र व जैन संस्कार विधि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि जैनत्व जैन संस्कार विधि हम घर-घर तक पहुंचाएंगे। कार्यक्रम मे मंत्रो का उच्चारण किया एवं करवाया गया। विधि का समापन वृहद मंगल पाठ द्वारा करवाया गया। इस अवसर पर परिजनों ने दक्षिणा स्वरूप त्याग स्वीकार किये।
तेयुप गंगाशहर ने जैन संस्कार विधि से गृह प्रवेश संस्कार करवाया
बीकानेर , 12 अक्टूबर। गंगाशहर निवासी श्रीमती भंवरी देवी- हुलास मल पुगलिया के पुत्र व पुत्रवधु विमल- तारा देवी पुगलिया के नूतन गृहप्रवेश का मंगल शुभारंभ जैन संस्कार विधि द्वारा 12 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12:15 बजे उपरांत ‘जैन संस्कारक’ पवन छाजेड़, देवेन्द्र डागा और भरत गोलछा ने विधि विधान पूर्वक मांगलिक मंत्रोचार के साथ सम्पन्न करवाया। जैन संस्कारक और लुधियाना तेरापंथी सभा अध्यक्ष धीरज सेठिया सहयोगी के रुप में जुड़े।
जैन संस्कारक पवन छाजेड़ ने जैन विधि की विस्तार से विवेचना करते हुए मौजूद लोगों से अपने मांगलिक अवसरों को जैन संस्कार विधि से संपादित करने का निवेदन किया। इस कार्यक्रम में परिवार के सदस्यों की विशेष उपस्थिति रही।
जैन संस्कारक देवेन्द्र डागा ने पुगलिया परिवार को नूतन गृह प्रवेश की बधाई प्रेषित की। सभी पारिवारिक जनों ने तेरापंथ युवक परिषद गंगाशहर द्वारा आयोजित हुए जैन संस्कार विधि के कार्यक्रम की सराहना की। मंगलपाठ के साथ कार्यक्रम परिसम्पन हुआ।