उदयरामसर दादाबाड़ी में मेले मेंं भक्ति संगीत के साथ पूजा

बीकानेर, 29 सितम्बर। सकलश्री जैन संघ के सहयोग से चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में शुक्रवार को उदयरामसर की लगभग 350 वर्ष प्राचीन दादाबाड़ी में मेला लगा।
मेले में दिगम्बर, श्वेताम्बर, खरतरगच्छ, तपागच्छ, पार्श्वचन्द्र गच्छ, तेरापंथ ,शांत-क्रांति जैन संघ , साधुमार्गी जैन श्रावक संघ सहित बीकानेर, गंगाशहर, उदासर, उदयरामसर, नाल व देश के विभिन्न प्रदेशों में रह रहे बीकानेरी जैन श्रावक-श्राविकाओं ने दादा गुरुदेव जिनदत्त सूरिश्वरजी की दादाबाड़ी में पूजा की तथा भक्ति संगीत का रस लूंटा।

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दादा गुरुदेव की भक्ति संगीत के साथ पूजा करीब 5 घंटें चली। जिसमें वरिष्ठ गायक सुनील पारख, विचक्षण महिला मंडल, अरिहंत नाहटा, सुश्री टिविन्कल नाहटा, राजेन्द्र नाहटा, वीरेन्द्र अभाणी, मुकेश पटवा, सुश्री कोमल पूगलिया, कृणाल छाजेड़, कुशल दुगड़, महेन्द्र बैद कुशल दुग्गड़ विभिन्न राग व तर्जों पर आधारित दोहों, भजनों से धूप, दीप, नैवेध, इत्र, फल,फूल व ध्वजा आदि की पूजा करवाई।

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श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारिवाल ने बताया कि जैन समाज की एकता व आपसी प्रेम व भाईचारें की भावना को बढ़ाने के लिए यह मेला करीब 80 वर्ष से भर रहा है। इसमें सभी श्रावक-श्राविकाएं पंथ व मत को भूलकर शामिल होते हैं। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार अधिक संख्या में करीब पांच हजार से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने दादा के दरबार में बैठकर प्रसाद ग्रहण किया। प्रसाद को बनाने व सभी को सुगमता से प्रसाद सुलभ करवाने में सुश्रावक यशवंत कोठारी की टीम व सेवाभावी जैन युवा लगे थे। मेला स्थल पर श्रावक-श्राविकाओं के लिए पेयजल, विश्राम की व्यवस्था की गई।

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प्रन्यास के मंत्री चन्द्र सिंह पारख ने बताया कि मेले में लगी थी अनेक दुकानें-मेला स्थल पर आइसक्रीम, विभिन्न तरह के झूले, खान पान, खिलौनों आदि की अनेक अस्थाई दुकानें लगी थी। मेलार्थियों ने ऊंट व घुड़ सवारी का भी आनंद लिया। जिनेश्वर युवक परिषद सहित अनेक संस्थाओं ने निःशुल्क स्टॉलें लगाई थी। मुकीम बोथरा सहित शहर के विभिन्न इलाकों से पैदल व विभिन्न वाहनों, ऊंट गाड़ों पर पहुंचे थे।

शिक्षामंत्री डॉ.कल्ला ने किए दादाबाड़ी में दर्शन
शिक्षा मंत्री डॉ.बुलाकी दास कल्ला ने भी दादा गुरुदेव के पगलियों की पूंजा कर परिक्रमा की तथा सबके मंगलमय जीवन की कामना की। उन्होंने श्री अखिल भारत वर्षीय साधुमार्गी शांत क्रांति ने जैन श्रावक संघ की ओर से चलाएं जा रहे आत्महत्या मुक्त हो देश-विदेश अभियान का संकल्प पत्र भरा । उन्होने कहा आत्म हत्या करना व करने के लिए मजबूर करना महापाप है। संघ के राष्ट्रीय सह संयोजक संजय सांड ने आचार्य विजय गुरु की ओर से चलाएं गए अभियान की जानकारी दी।

कल्ला के दादाबाड़ी पहुंचने पर श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारिवाल, मंत्री चन्द्र सिंह पारख, जैन पाठशाला सभा के अध्यक्ष विजय कोचर, बल्लभ कोचर, सुमित कोचर, सहित जैन समाज के गणमान्य लोगों ने स्वागत किया। डॉ. कल्ला ने जिनेश्वर युवक परिषद की ओर से लगाई गई निःशुल्क चाय, शिकंजी की स्टॉल का अवलोकन किया तथा बीकानेर पापड़ भुजिया मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन के पूर्व मंत्री स्वर्गीय गेवरचंद मुसरफ का स्मरण करते हुए उनकी सेवा भावना की परम्परा को आगे बढ़ाने में सहभागी बने संदीप व विपिन मुसरफ, परिषद के सचिव मनीष नाहटा को निष्काम सेवा की परम्परा को आगे बढ़ाने का संकल्प स्मरण करवाया।

भजन संध्या
गुरु युवा जागृति परिषद की ओर से गुरुवार को दादाबाड़ी में एक शाम दादा जिनदत सूरि के नाम भक्ति संगीत संध्या आयोजित की गई। कार्यक्रम संयोजक जितेन्द्र कोचर ने बताया कार्यक्रम में सारेगामा पा के विजेता मुबंई के मनीष भट्ट , बरेली की अर्पणा मिश्रा, बीकानेर के मगन कोचर ने भक्ति गीतों से रात डेढ़ बजे तक दादा गुरु के भजनों से श्रोताओं को दादा की भक्ति में रमाएं रखा।

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