दीपावली जश्न के बाद बीकानेर शहर की हवा का गुणवत्ता लेवल खतरनाक स्तर पर
बीकानेर , 3 नवम्बर। दीपावली जश्न के बाद बीकानेर शहर की हवा का गुणवत्ता लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। ऐसे में खासकर सांस के मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। पीबीएम अस्पताल व निजी अस्पतालों में सांस लेने में परेशानी को लेकर कई मरीज आते रहे। हल्दीराम हार्ट अस्पताल में भी बीती रात कई मरीज आये जिनका पूरी रात इलाज चलता रहा।
बता दें बीकानेर में असमंजस के कारण यहां के लोगों ने दीपावली त्योहार दो दिन 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को मनाई। दो दिन पटाखों की आतिशबाजी के कारण हवा में इस कदर प्रदूषण फैला कि एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) दिल्ली के आंकड़ों की बराबरी करने लगा।
गुरुवार की शाम 6 बजे यानी 31 अक्टूबर को एक्यूआई लेवल 291 था, जो रात ग्यारह बजे तक बढ़कर 306 हो गया। इसके बाद रात एक बजे के बाद एक्यूआई के आंकड़े दौड़ लगाते दिखे। रात 3 बजे एक्यूआई लेवल 335, शुक्रवार अलसुबह 4 बजे 341 और सुबह 7 बजे सर्वाधिक 347 अंकों का लेवल रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद सुबह 8 बजे के बाद यह स्तर कुछ कम हुआ जो शाम 7 बजे तक यह घटकर 295 हो गया। इसके बाद शुक्रवार को एक बार फिर एक्यूआई के आंकड़े बढ़ते दिखाई दिए।
रात 9 से 12 बजे तक यह आंकड़ा 300 से 315 तक पहुंच गया। हालात की गंभीरता का अनुमान इससे भी लगाया जा सकता है कि शनिवार 2 नवंबर को शाम 4 बजे भी एक्यूआई 245 पर था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी स्वास्थ्य लेवल पर नजर डालें तो 0 से 50 तक ही एक्यूआई लेवल अच्छा माना जाता है। वहीं 300 या इससे अधिक का एक्यूआई लेवल स्वास्थ्य दृष्टि से सही नहीं होता।
देश-प्रदेश के कई हिस्सों में दीपावली 31 अक्टूबर को मनाई गई तो बीकानेर में 31 अक्टूबर और एक नवंबर दोनों दिन मनाई गई। इसके चलते एक्यूआई लेवल 31 की शाम से लेकर 2 नवंबर की सुबह तक घटा ही नहीं।