मंत्रोच्चारण व भक्ति गीतों के साथ चन्द्र प्रभु लक्ष्मी महापूजन
- छःरिपालित यात्री संघ के मंगलमय मुर्हूत की उद्घोषणा
बीकानेर, 7 नवम्बर। जैनाचार्य जिन पीयूष सागर सूरीश्वर महाराज की निश्रा में गुरुवार को ढढ्ढा चौक के प्रवचन पंडाल में बीकानेर में पहली बार बड़े स्तर पर सामूहिक चन्द्रप्रभु लक्ष्मी महापूजन हुआ। पूजन में जैनाचार्य व विधिकारक बाबूलाल मनोज कुमार हरण व उनकी टीम ने नवकार सहित विभिन्न मंत्रों के साथ भक्ति गीतों से श्रावक-श्राविकाओं को करीब 4 घंटें तक भक्ति में रमाए रखा।
चन्द्रप्रभु लक्ष्मी महापूजन में स्थान शुद्धि के बाद विभिन्न देवताओं को आमंत्रित किया गया उसके बाद नवकार महामंत्र, भगवान पार्श्वनाथ, देवी पद्मावती, भगवान शांति नाथ सहित विभिन्न तीर्थंकरों के मंत्रोच्चारण से पूजन करवाया गया। श्री सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट व श्री जिनेश्वर युवक परिषद की ओर से श्रावक-श्राविकाओं को चन्द्रप्रभु लक्ष्मी महापूजन यंत्र प्रदान किया गया। यंत्र को वासक्षेप आदि से पूजन किया गया। गणेश बोथरा, श्री जिनेश्वर युवक परिषद के संरक्षक पवन पारख, महावीर नाहटा, संतोक मुसरफ आदि ने मुख्य मंडप में पूजन करवाया। पूजा स्थल पर रंगोली आदि से पूजा मंडप बनाया गया जिसमें नवैद्य, फल, अक्षत आदि सामग्री चढ़ाई गई।
छःरिपालित यात्री संघ मुर्हूत
जैनाचार्य जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी महाराज ने गुरुवार को प्रवचन पंडाल में विश्ववंदनीय, विश्व पूजनीय, जगतवत्सल तीर्थंकर श्री पार्श्वनाथ परमात्मा के 2900 वें जन्म कल्याणक एवं 2800 निर्वाण कल्याणक अनुमोदनार्थ दृष्टि रूपान्तरण करने की यात्रा ’’ पासं-पांस वंदामि छःरिपालित यात्री संघ के मंगलमय मुर्हूत की उद्घोषणा की।
जैनाचार्य महाराज के सान्निध्य में 20 दिसम्बर 24 को संघ प्रयाण दिवस व संघ प्रवेश व संघपति माल महोत्सव 23 दिसम्बर को आयोजित किया जाएगा। महाप्रभावी फलवृद्धि पार्श्वनाथ मेड़ता रोड से सर्व वांछितदायक श्री सर्वतोभद्र पार्श्वनाथ ओस्तरा तीर्थ के छःरिपालित यात्री संघ की भावना को देखते हुए यह मुर्हूत प्रदान किया गया है। इस अवसर पर मुनिवृंद, साध्वीश्री विजय प्रभा, प्रभंजनाश्रीजी व चिद्यशाश्रीजी महाराज भी मौजूद थे।