राजस्थान के केबिनेट मंत्री सुमित गोदारा अभी भी मनमोहन सिंह को पीएम बता रहें हैं
बीकानेर , 14 नवम्बर। बीकानेर में राइजिंग राजस्थान समिट के दौरान कैबिनेट मंत्री और लूणकरनसर विधायक सुमित गोदारा मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बता गए। वे देश के पुराने पीएम का उल्लेख कर रहे थे। इस दौरान गलती से वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी की जगह मनमोहन सिंह को बता दिया। खास बात रही कि किसी ने मंत्री को टोका भी नहीं।
जिला स्तरीय राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट आज होटल लक्ष्मी निवास में हुआ। समिट खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा बतौर अतिथि मौजूद थे। समिट में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जुड़ें। समिट में सवा सौ से ज्यादा एमओयू का लेन-देन हुआ।
मनमोहन सिंह को बता दिया पीएम
मंत्री गोदारा ने भाषण की शुरूआत में देश में हुए आर्थिक विकास की चर्चा की। उन्होंने कहा- ‘वर्तमान में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी हैं।’ गोदारा यहीं नहीं रुके र कहा- जब प्रधानमंत्री ने शपथ ली तब देश अर्थव्यवस्था में 12वें नंबर पर था लेकिन आज पांचवें नंबर पर आ गया है।
इससे पहले उन्होंने पूर्व कांग्रेसी प्रधानमंत्री नरसिंहा राव की भी तारीफ की। गोदारा ने कहा- नरसिम्हा राव ने इकोनोमिक रिफॉर्म किया। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने काम किया। वर्तमान में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह है, उन्होंने अर्थ व्यवस्था को 12वें से 5वें नंबर पर पहुंचा दिया है।
मंत्री को किसी टोका तक नहीं
आमतौर पर सुमित गोदारा राजनीतिक भाषण के बजाय बहुत सधी हुई बात करते हैं। हर बार की तरह उन्होंने इस बार भी सभी सरकारों की तारीफ की, लेकिन वो नरेंद्र मोदी के बजाय गलती से मनमोहन सिंह बोल गए। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने इसे नोट तो किया लेकिन किसी ने मंत्री को टोककर दुरुस्त करने की कोशिश नहीं की।
बीकानेर में होगा 30 हजार करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट
राइजिंग राजस्थान अभियान के तहत बीकानेर में एक बार फिर सोलर कंपनियों की बाढ़ आने वाली है। बीकानेर में 30 हजार करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट होने वाला है, जिसमें 28 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा राशि अकेले सोलर सेक्टर के माध्यम से खर्च होगी। इसमें भी 20 हजार करोड़ रुपए नाकोफ ऊर्जा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी अकेले खर्च करने वाली है।
एमओयू पर पहले ही हस्ताक्षर हो चुके हैं। ये एमओयू अब अधिकृत तौर पर विभाग को सौंप दिए जाएंगे। सभी एमओयू में प्रशासन और कंपनी के दो अलग-अलग पक्ष है। इसमें स्वीकृति सहित सरकारी काम करने में प्रशासन सहयोग करेगा और शत-प्रतिशत निवेश कंपनियां ही करेगी।
20 हजार से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार
दावा किया जा रहा है कि बीकानेर में हो रहे निवेश से बीस हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार भी मिलेगा। अब तक हो चुके एमओयू के तहत करीब 19 हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है, वहीं अब प्रस्तावित एमओयू से डेढ़ हजार लोगों को रोजगार मिल सकता है।
टॉप टेन निवेशकों में ये भी शामिल
बीकानेर में निवेश करने वाली कंपनियों में सबसे ज्यादा बीस हजार करोड़ रुपए का निवेश नाकोफ ऊर्जा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से किया जाएगा। ये कंपनी बीकानेर के ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर प्लांट स्थापित करेगी।
इसके अलावा क्लीनमेक्स एनर्जी सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी आठ हजार करोड़ रुपए का निवेश सोलर क्षेत्र में करेगी।
हरियाणा सिटी गैस डिस्ट्रिब्यूटर्स (भिवाड़ी) लिमिटेड की ओर से बीकानेर में 375 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
एसए रिन्यूएबल एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की ओर से 280 करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है।
ओविक सोलर एलएलपी की ओर से दो सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। स्थानीय कंपनियों में अकेले बीकाजी की ओर से सौ करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।