शिक्षा विभाग में रिव्यू एवं नियमित डीपीसी की तैयारी परन्तु सभी मांगे माने जाने तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा , पैदल मार्च 28 को
बीकानेर , 27 अप्रैल। शिक्षा निदेशालय, बीकानेर के सामने प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य एवं मदनमोहन व्यास प्रदेश संस्थापक के नेतृत्व में मंत्रालयिक संवर्ग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की रिव्यू व नियमित डीपीसी, 86 के वरिष्ठ कर्मचारियों को छोड़कर , कनिष्ठ कर्मचारियों को पदोन्नति देने एवं प्रकरण को उलझाने की उच्च स्तरीय जांच तथा शिक्षा निदेशालय सहित सम्पूर्ण राजस्थान के कार्यालयों एवं शालाओं में 100 प्रतिशत पदों को प्रदर्शित कर पदोन्नति में पदस्थापन आन-लाइन काउन्सलिंग के माध्यम से करने आदि मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना आज 24 वें दिन जारी रहा ।
उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ राजस्थान-बीकानेर के प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य एवं प्रदेश संस्थापक मदनमोहन व्यास द्वारा कार्मिक विभाग के सचिव, संयुक्त सचिव, शिक्षा सचिव एवं शिक्षा निदेशक से लगातार संपर्क, वार्ताएं एवं ज्ञापन के माध्यम से तीन संतान कोर्ट मामले में कोर्ट से राहत प्राप्त करने की पुरजोर मांग की गई।
उन्होंने कहा कि संगठन ने धरने के माध्यम से दबाव बनाया जिसका परिणाम आपके सामने है कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा पदोन्नति का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।
जयपुर में शासन सचिवालय से मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल महोदय के आवास तक कल दिनांक 28.11.2024 गुरुवार को सुबह 11 बजे से पैदल मार्च किया जाएगा । पैदल मार्च के लिए सांय 5.15 बजे प्रदेशाध्यक्ष कमलनारायण आचार्य के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल बीकानेर से जयपुर के लिए रवाना हुआ।
इससे पूर्व शिक्षा निदेशालय में स्थित भैरव महाराज के मंदिर एवं भोमियाजी महाराज में पूजा अर्चना कर प्रदर्शन एवं नारेबाजी की गई। जिसमें राजेश व्यास, जितेन्द्र गहलोत, मदनमोहन व्यास, कमल नारायण आचार्य, रामचंद्र वाल्मीकि,शरद चौधरी, रामसिंह सिसोदिया,पवन उपाध्याय, हनुमान जोईया ,अविकांत पुरोहित, श्री धर पुरोहित, प्रवीण गहलोत, सुमन जनागल ,मंजू जैन, आरती पुरोहित, विष्णु दत्त पुरोहित, महेंद्र पाण्डे, गोविन्द नारायण श्रीमाली, रविन्द्र पुरोहित, महेश रंगा,पदमा तिलवाणी, मानसिंह, राजेश यादव ,राजेश पारीक, मोहित महात्मा,ओम प्रकाश शर्मा, गोपाल पुरोहित, गौरी शंकर स्वामी, नवरतन जोशी आदि बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए। पार्षद श्रीमती शांति चौधरी ने आंदोलन को समर्थन दिया।
आचार्य ने बताया कि शासन एवं प्रशासन स्तर से संघ की सभी मांगे माने जाने तक निदेशालय पर लगातार धरना जारी रहेगा।