4 दिन में 51 लोगों की मौत हाई कोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी किया
मुम्बई , 6 अक्टूबर। महाराष्ट्र के नांदेड़ में डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज एवं सरकारी अस्पताल में मौतों का सिलसिला जारी है। बीते 4 दिन में 51 लोगों की जान गई है। इस पर एक्शन लेते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी किया था।
इसी मामले पर लगातार दूसरे दिन सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा- मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर के 97 पद स्वीकृत हैं लेकिन फिलहाल वहां सिर्फ 49 प्रोफेसर ही तैनात हैं। इस बारे में आप क्या कहेंगे?
इस मुद्दे पर अगली सुनवाई 30 अक्टूबर को होगी। एक दिन पहले हाईकोर्ट ने अस्पतालों में दवाओं की कमी होने का कारण खारिज करते हुए राज्य सरकार से हेल्थ बजट का ब्योरा मांगा था।
दवा खरीद पर हाईकोर्ट ने कहा- कोई सीईओ नहीं, इसे भर्ती करें
अदालत ने इस मामले की जांच के लिए एडवोकेट मोहित खन्ना को अपॉइंट किया था। उन्होंने बताया कि दवा खरीद राज्य की एक सरकारी यूनिट हाफकिन करती है। टेंडर में काफी समय लगता है। इसका कोई सीईओ भी नहीं है। दवा खरीद में कमी आई है। 2017 के बाद से हाफकिन राज्य की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। 700 करोड़ का पैसा पड़ा हुआ था।
सरकार का जवाब- नवंबर तक पद भरे जाएंगे
महाराष्ट्र सरकार की तरफ से पेश हुए एडवोकेट जनरल बीरेंद्र सराफ ने बताया कि ज्यादातर मरीजों को आखिरी स्टेज में लाया गया था। सरकारी अस्पतालों पर बहुत दबाव है। साथ ही कर्मचारियों की कमी है। इसलिए इन मौतों का दोषी किसी को नहीं ठहराया जा सकता है। सीएम खुद हालात पर नजर बनाए हुए हैं। जरूरी व्यवस्थाएं करने के लिए जिला स्तर पर अधिकारियों को अधिकार दिए गए हैं। सराफ ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र सरकार का हेल्थ डिपार्टमेंट वैकेंसीज को लेकर काम कर रहा है। इन्हें नवंबर तक भर दिया जाएगा।
राज्य सरकार ने बनाई 3 सदस्यों वाली जांच समिति
अस्पताल की बदहाली को लेकर सरकार में ही मतभेद सामने आया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सब ठीक होने का दावा किया। वहीं, चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने स्टाफ की कमी की बात मानी। विपक्ष ने भी अस्पताल में दवाओं व स्टाफ की कमी और उपकरण बंद होने के आरोप लगाए। महाराष्ट्र सरकार ने जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। समिति ने मंगलवार 3 अक्टूबर से ही काम शुरू कर दिया है।
विधायक ने डीन से टॉयलेट साफ करवाया, FIR दर्ज
इससे पहले, 3 अक्टूबर की शाम शिवसेना सांसद हेमंत पाटिल नांदेड के अस्पताल पहुंचे और मौत के मामले पर नाराजगी जताते हुए डीन एसआर वाकोड़े से टॉयलेट साफ करवाया। घटना का फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने हेमंत पाटिल के खिलाफ FIR दर्ज की गई। डीन ने आरोप लगाया कि सांसद ने उन्हें उनकी ड्यूटी करने से रोका और बेइज्जत किया।
नांदेड़ मेडिकल कॉलेज डीन के खिलाफ मौत का मामला दर्ज
गुरुवार को नांदेड़ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में 21 साल की महिला और उसके नवजात शिशु की मौत पर नांदेड़ ग्रामीण पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। यह शिकायत मृतक महिला अंजलि के पिता ने ने दर्ज करवाई है। जिसमें आरोप लगाया है कि मौतों के लिए डॉ. श्याम वाकोड़े और उनके सहयोगी जिम्मेदार थे। ग्रामीण पुलिस ने धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया है। पढ़ें