अंतर्राष्ट्रीय ऊँट उत्सव पर एनआरसीसी द्वारा तकनीकी प्रदर्शनी आयोजित
बीकानेर 11 जनवरी । भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धान केन्द्र, बीकानेर द्वारा आज दिनांक को अंतर्राष्ट्रीय ऊँट उत्सव के दौरान तकनीकी प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें 16 सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों ने अपनी सहभागिता निभाई। एनआरसीसी के कैमल स्पोर्टस कॉम्पलेक्स में आयोजित ऊँट उत्सव के तहत प्रतियोगितों में देशी व विदेशी पर्यटकों एवं आमजन में खासा उत्साह देखा गया तथा अनुमानित 10-12 हजार पर्यटकों ने एनआरसीसी में इस उत्सव का लुत्फ उठाया। एनआरसीसी द्वारा आयोजित इस तकनीकी प्रदर्शनी कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्रीमती नम्रता वृष्णि, जिला कलेक्टर बीकानेर द्वारा किया गया। कलेक्टर महोदया ने प्रदर्शनी स्टॉल का अवलोकन करते हुए प्रतिभागी संस्थान/संगठनों को प्रेात्साहित किया तथा कहा कि ऊँट पशुपालकों/किसानों एवं आमजन के हितार्थ नूतन प्रौद्योगिकी एवं नवाचार को ऐसे अनेकानेक माध्यमों से प्रचारित-प्रसारित किया जाना समय की मांग है ताकि जरूरतमंद पशुपालक/किसानों एवं आमजन इनसे लाभान्वित हो सके तथा यह आमदनी का जरिया भी बने।
केन्द्र निदेशक डॉ.एस.के.घोरुई ने कहा कि ऊँटों को बढ़ावा देने के लिए यह केन्द्र, उससे सम्बन्धित हर एक नए आयाम से जुड़ना चाहता है, इसी उद्देश्यार्थ केन्द्र द्वारा इस तकनीकी प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। निदेशक डॉ. घोरुई ने जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग द्वारा एन.आर.सी.सी. को उष्ट्र दौड़, उष्ट्र नृत्य, ऊँट सजावट व ऊँट फर कटिंग प्रतियोगिताओं हेतु चुने जाने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने एनआरसीसी परिसर में आयोजित उष्ट्र प्रतियोगिताओं में पर्यटकों/आमजन की बड़ी तादाद में सहभागिता से उत्साहित होते हुए कहा कि ऊँट, आज भी अपनी बहुआयामी उपयोगिता के माध्यम से अपनी प्रासंगिकता को सिद्ध/प्रदिर्शत कर रहा है तथा कहा जा सकता है कि तमाम चुनौतियों के बावजूद इस व्यवसाय में उद्यमिता की प्रबल संभावनाएं विद्यमान हैं । इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे डॉ. जगदीश राणे, निदेशक, भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर तथा एनआरसीसी के पूर्व निदेशक डॉ.आर.के.सावल ने एन.आर.सी.सी.द्वारा आयोजित प्रदर्शनी कार्यक्रम में सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों की उत्साही सहभागिता एवं प्रदर्शित नूतन तकनीकी उत्पादों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। वहीं इस अवसर पर डॉ.एस.सी.मेहता, विभागाध्यक्ष, एनआरसीसई, बीकानेर तथा जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग के कई गणमान्यों ने इस प्रदर्शनी कार्यक्रम का अवलोकन किया ।
केन्द्र द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी कार्यक्रम में प्रथम स्थान पर संस्थानों की श्रेणी में भाकृअनुप-सीआईएएच, बीकानेर, द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से राजुवास, बीकानेर तथा वन विभाग राजस्थान बीकानेर, तृतीय स्थान पर भाकृअनुप-सीएसडब्ल्यूआरआई, बीकानेर तथा गैर सरकारी संगठनों की श्रेणी में प्रथम स्थान पर अमूल तथा द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से रामदेव एसएचजी (नाबार्ड) तथा हस्तशिल्प बीकानेर तथा तृतीय स्थान पर एकता एसएचजी (नाबार्ड) ने प्राप्त किया । इन सभी विजेताओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया । केन्द्र की ओर से इस ऊँट उत्सव समारोह के आयोजन सचिव डॉ. राकेश रंजन, प्रधान वैज्ञानिक ने इस उत्सव की सफलता को ऊँट की बढ़ती बहुआयामी उपयोगिता से जोड़ा व उत्सव में सभी के सहयोग हेतु धन्यवाद दिया । कार्यक्रम सह समन्वयक डॉ.शान्तनु रक्षित, वैज्ञानिक ने प्रदर्शनी कार्यक्रम में सभी संस्थाओं की प्रतिभागिता हेतु आभार व्यक्त किया।