नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल, तिलहन योजनान्तर्गत जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित
- दस टन तेल निकालने की इकाई स्थापित करने पर 9.90 लाख रुपए का अनुदान होगा देय
बीकानेर, 29 जनवरी। कृषि विभाग की ओर से केंद्र सरकार की योजना के तहत तेल उत्पादन को बढावा दिया जाएगा। केंद्र की नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल तिलहन योजना में शामिल बीकानेर में सरसों व मूंगफली का उत्पादन बढ़ाने के लिए नवाचार के तहत किसानों को प्रशिक्षित किए जाने के लिए बुधवार को आत्मा सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
संयुक्त निदेशक (कृषि) मदनलाल व क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक, एसकेआरएयू प्रो. एच एल देशवाल ने अध्यक्षता की। कार्यशाला में सरसों व मूंगफली का उत्पादन बढ़ाने पर बल दिया गया। मिशन का उद्देश्य घरेलू तिलहन उत्पादन को बढाना तथा खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल करना है।
संयुक्त निदेशक ने बताया कि मिशन का उद्देश्य तिलहन की खेती के रकबे में अतिरिक्त हैक्टेयर की वृद्धि व उत्पादन बढ़ाना है। डॉ. अमर सिंह गोदारा ने तिलहन फसलों मूंगफली व सरसों के उत्पादन की उन्नत तकनीकों के बारे में जानकारी दी। सहायक निदेशक (कृषि) रघुवर दयाल सुथार ने तिलहन फसलों की उपयोगिता एवं महत्ता के बारे में प्रकाश डाला। कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत ने बताया कि योजना के तहत जिले में 10 टन तेल निकालने की इकाई लगाने पर 9.90 लाख रुपए का अनुदान देय होगा। इस तरह की इकाई विकसित होने से जिले के लोगों को शुद्ध और वाजिब दर पर तेल उपलब्ध होगा। वहीं इकाई लगाने वाले को जिले के अलावा बाहर सप्लाई कर व्यवसाय बढाने का अवसर भी मिलेगा। किसान मिट्टी की जांच कराने के बाद वैज्ञानिक सलाह के अनुसार उर्वरक का समुचित उपयोग कर तिलहन उत्पादन को बढ़ावा दें। गहलोत ने कृषि व उद्यान विभागीय योजनाओं की जानकारी पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी।
डॉ एच एल देशवाल ने तिलहनी फसलों में कीट नियंत्रण पर व्याख्यान दिया। योजना प्रभारी कविता गुप्ता ने तिलहन योजना के बारे में जानकारी दी। कार्याशाला में 100 प्रगतिशील अनूसूचित जाति वर्ग के किसानों के साथ विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यशाला में विभागीय अधिकारी ममता, रूबीना, राजूराम डोगीवाल, मामराज, मीनाक्षी, संगीता, कोमल, सोमेश तंवर, मेधराज, रमेश चंद्र भाम्भू, मोहन कुमार, भंवर पंचार, मालाराम जाट, राकेश विश्नोई, राजेश विश्नोई मौजूद रहे। कार्यशाला का संचालन कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत ने किया।