मंत्र प्रेक्षा से होता है एकाग्रता का विकास -मुनि कमल


गंगाशहर , 24 फ़रवरी। गंगाशहर के शांति निकेतन में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देश अनुसार प्रेक्षा ध्यान कल्याण वर्ष पर तेरापंथ महिला मंडल गंगाशहर द्वारा “प्रेक्षा प्रवाह-संयम और शांति की ओर” कार्यशाला के अंतर्गत मंत्र प्रेक्षा का आयोजन उग्र विहारी तपो मूर्ति मुनि श्री कमल कुमार जी के सान्निध्य में किया गया । अध्यक्ष संजू लालानी ने बताया कि मुनि श्री ने सामूहिक रूप से प्रेक्षा ध्यान गीत का संगान किया। मुनिश्री ने नमस्कार महामंत्र की मंत्र प्रेक्षा रंग के साथ निर्धारित केद्रों पर करवाते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला।



आपने बताया की मंत्र प्रेक्षा से सुख -शांति एवं समृद्धि आती है साथ ही एकाग्रता का विकास होता है। मुनि श्री प्रतिदिन प्रवचन में प्रेक्षा ध्यान के प्रयोग करवाते हैं। मंत्री मीनाक्षी आंचलिया ने जानकारी देते हुए कहा कि मुनि श्री की प्रेरणा से प्रत्येक रविवार को गंगा शहर के घरों में महिला मंडल की बहनों द्वारा प्रेक्षाध्यान करवाया जाता है । प्रेक्षा प्रणेता आचार्य महाप्रज्ञ की मासिक जंयती पर महाप्रज्ञ चालीसा का भी संज्ञा किया गया लगभग 400 श्रावक श्राविकाओं की उपस्थिति रही।मुनिश्री गणेशमल जी का आज उनके जन्म का 103 वां दिवस पर उनको स्मरण करते हुए गुणों की व्याख्या की गयी।


