नाकाबंदी में पुलिस को 750 करोड़ कैश से भरा ट्रक मिला

पुलिस को ट्रक क्यों छोड़ना पड़ा ?

indication
L.C.Baid Childrens Hospiatl

हैदराबाद, 19 अक्टूबर। राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर ड्यूटी के दौरान पुलिस और चुनाव आयोग की टीम को मंगलवार की रात जबरदस्त ड्रामा देखने को मिला। विधानसभा चुनाव की ड्यूटी के दौरान टीम को चेकिंग में ट्रक से 750 करोड़ कैश मिला।
आगामी तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए गद्वाल में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) पर ड्यूटी के दौरान पुलिस और चुनाव आयोग की टीम को आधी रात जबरदस्त ड्रामा देखने को मिला। टीम ने एन एच पर चेकिंग के दौरान एक ट्रक से 750 करोड़ रुपए कैश बरामद किए। यह देखकर पुलिस अधिकारी भी सकते में आ गए। जब चुनाव अधिकारी मामले में ऐक्शन लेने वाले थे, तभी सच्चाई उनके सामने आ गई और उन्हें ट्रक को छोड़ना पड़ा। आखिर मामला क्या था…

pop ronak

गद्वाल से गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग आम तौर पर तस्करों के लिए काफी कुख्यात है। दिल्ली में तेलंगाना चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से पहले हैदराबाद की अपनी हालिया यात्रा के दौरान, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने राज्य चुनाव अधिकारियों से गोवा और अन्य स्थानों से हैदराबाद के रास्ते तस्करी पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए थे। वह राज्य पुलिस द्वारा ‘कम’ नकदी
जब्ती से भी नाराज थे। विपक्षी दलों की शिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने शीर्ष आईपीएस अधिकारियों, चार कलेक्टरों और वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला भी कर दिया है। चुनाव आयोग के सख्त रुख अपनाने के बाद राज्य में चुनाव ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी कोई कोताही नहीं बरतना चाहते हैं। यही वजह है कि गड़बड़ी की आशंका के चलते मंगलवार रात को पुलिस की टीम ने एक ट्रक को राजमार्ग पर रोक दिया। मामले की जानकारी देते हुए तेलंगाना पुलिस के नोडल अधिकारी संजय कुमार जैन ने कहा, “चेकिंग के दौरान ट्रक से 750 करोड़ रुपए की नकदी बरामद हुई। मामले में ऐक्शन लेने के लिए चुनाव अधिकारियों को गद्वाल पुलिस की सहायता लेनी पड़ी।

CHHAJER GRAPHIS

मामले की हकीकत मालूम हुई तो छोड़ना पड़ा ट्रक

कुछ घंटों के सस्पेंस के बाद यह मामला बिना किसी हलचल के शांत हो गया क्योंकि पता लगा कि नकदी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का था, जिसे केरल से हैदराबाद ले जाया जा रहा था। बुधवार को तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज ने एक बयान में कहा कि बैंक अधिकारियों से पुष्टि के बाद ट्रक को आगे की यात्रा के लिए छोड़ दिया गया। विकास राज ने कहा, “750 करोड़ रुपये नकद वाला ट्रक कुछ घंटों के लिए सुर्खियों में रहा, लेकिन अंततः हमें पता चला कि यह सीधा-सीधा चेस्ट-टू-चेस्ट मनी ट्रांसफर था। एक बार सत्यापित होने के बाद, पुलिस ने ट्रक को अपनी यात्रा जारी रखने की अनुमति दे दी थी।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *