राष्ट्रीय कवि चौपाल की 506 वीं श्रंखला मातृ शक्ति एवं होली महोत्सव को समर्पित


- आयो म्हारे देश में होली रौ त्योंहार…
- नारी तुम शक्ति हो संस्कृति की कृति हो
बीकानेर , 9 मार्च। राष्ट्रीय कवि चौपाल की 506 वीं श्रंखला मातृ शक्ति एवं होली महोत्सव को समर्पित रही। इस अनुठी सरस्वआयो म्हारे देश में होली रौ त्योंहार…सभा की अध्यक्ष राजेंद्र स्वर्णकार, मुख्य अतिथि में श्रीमती सुधा आचार्य, विशिष्ट अतिथि में इंजी आशा शर्मा , बलदेव, झंवरलाल आदि मंच पर शोभित हुए। अध्यक्षीय संबोधन में राजेन्द्र स्वर्णकार ने होली राग द्वेष भूलकर परस्पर आत्मीय स्नेह का संदेश देती है। साथ ही अपनी रचना में आयो म्हारे देश में होली रौ त्योंहार.. । मुख्य अतिथि श्रीमती सुधा आचार्य ने महिला दिवस को समर्पित रचना नारी तुम शक्ति हो, संस्कृति की कृति हो , इस जगत की धुरी हो। विशिष्ट अतिथि में श्रीमती आशा शर्मा ने तूम तो पूरी होली हो, होली महोत्सव पर विशेष आमंत्रित बलदेव एवं झंवर टाक ने चंग पर धमाल, राजा बली रै दरबार में मची होली रे। बमचकरी ने सावो टिपग्यो रै किणनै म्हारे पर दया नहीं न आई रे , हास्य रचना के बाद लीलाधर सोनी ने होली पर विशेष हास्य रचना.. हे पतिदेव थै किता चोखा हो सुनाकर सदन की वाहवाही बटोरी।




रामेश्वर साधक देखो इस बार हर हाल होली नहीं रहे ठिठोली, पम्मी कोचर आचार्य ने बुरा न मानों होली है, सागर सिद्धिकी ने ये आंसू क्या कयामत कर रहे हैं, हरि किशन व्यास ने यारी करके देख मजा में दूंगा, सरदार अली परिहार ने देवर भाभी ने खोजे भाभी लुक जावै ओरलडी़.. राजकुमार ग्रोवर ने रूख से पर्दे को हटाओ जुल्फों को नहीं, कृष्णा वर्मा ने आया फागुन.. छोड़ दिये फागुन ने राज धीरे धीरे .. बी एल नवीन ने रहा गर्दिशों में हर दम मेरे इश्क। पवन चड्ढ़ा ने आपको हमसे बिछड़े हुए एक जमाना बीत गया। कैलाश दान चारण मन रट करणी तूं रट करणी, जमुना सोनी ने मुझ को दर्शन की याद सताए , भुमिका सोनी बाल गीत गाया। कार्यक्रम में तुलसी राम मोदी, परमेश्वर सोनी, श्रवण मोदी, अमित मारू, आनन्द बोहरा, हनुमान कच्छावा, सुनील नाथ आदि कई गणमान्य साहित्यानुरागी उपस्थित रहे, आज के कार्यक्रम का संचालन कैलाश टाक ने किया। आभार रामेश्वर साधक ने व्यक्त किया।

