तमिलनाडु में श्रमण भगवान महावीर का 2624 वां जन्म कल्याणक महोत्सव


कांचीपुरम, तमिलनाडु , 11 अप्रैल। चरम तीर्थकर भगवान महावीर का 2624वां जन्म कल्याणक दिवस युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि मोहजीत कुमार जी के सान्निध्य में श्री जैन संघ एवं तेरापंथी सभा के तत्वावधान में जैन स्थानक कांचीपुरम में आयोजित किया गया।
भगवान महावीर का जन्म भारतीय संस्कृति में अहिंसा, अनेकान्त और अपरिग्रह की चेतना के जागरण का जन्म है, आत्म उत्थान की प्रेरणा का जन्म है, विज्ञान जगत के लिए खोज का जन्म है।
भगवान महावीर ने कहा था-अप्पणा सच्च मेसेज्जा। स्वयं सत्य खोजो।आज का मानव पर की खोज में संलग्न है। उसका चिन्तन पदार्थ जगत के साथ जुड़ा हुआ है। ऐसे भगवान महावीर की आज के युग में अतीव प्रासंगिकता है। उन्होंने जो सिद्धान्त दिये वे केवल सुनने-पढने तक ही सीमित न रहे।




भगवान महावीर का जीवन निष्पृह और जागरूक था। उनके जीवन में अनेकों कष्ट आए पर वे समभाव और सहिष्णुता के साथ उन्हें तिरोहित करते गए। आज के इस प्रसंग पर उनके कथनों को जीवन का अंग बनाने का प्रयास करें। ये विचार महावीर जन्म कल्याणक दिवस पर मुनि मोहजीत कुमार ने प्रकट किए।


समारोह में मुनि जयेश कुमार जी ने कहा कि महावीर का दर्शन परम वैज्ञानिक है। उन्होंने आत्मदर्शन, पुरुषार्थदर्शन की अतल ऊंचाईयों और गहराइयों को प्रकट किया। जहाँ तक आज का विज्ञान जगत पहुंचने का प्रयास कर रहा है। भगवान महावीर के द्वारा प्रतिपादित तत्वदर्शन विराटता और सुक्ष्मता से अभिमंडित है।

समारोह का शुभारम्भ नमस्कार महामन्त्र एवं महावीर वन्दना से हुआ। तेरापंथ महिला मण्डल कांचीपुरम ने महावीर संगान किया। सभा अध्यक्ष इन्द्रचन्द धोका तथा जैन संघ की ओर से चैनराज जैन ने स्वागत किया। युवक परिषद के युवकों ने महावीर स्तुति ,जैन समाज की ओर से ऋषभ जैन ने श्रद्धार्पण भाव प्रकट किए। सभा मंत्री राजेश गादिया ने आभार प्रकट किया । मुनि श्री के चातुर्मासिक क्षेत्र किलपॉक,चेन्नई के सभा मंत्री विजय सुराणा ने सभी को चातुर्मास में आने हेतु निमंत्रण दिया।
कार्यक्रम का संचालन काव्यमयी शैली में मुनि भव्यकुमार जी ने किया।
इस अवसर पर बालुचेटीछत्रम, तिरूकलुकुनरम, वालाजाबाद, मनामथी, श्री पेरंबुदुर, आरकोणम्, नीमली, तक्कोलम, वंदावारी, पल्लावरम, किलपॉक, चैन्नई, और मुम्बई से समागत श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।
श्री जैन महासंघ चेन्नई के नेतृत्व में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा चेन्नई द्वारा 10 अप्रैल 2025 को 2624 वां महावीर जन्म कल्याण महोत्सव के शुभ अवसर पर आयोजित वीर बंधन भव्य शोभा यात्रा में चेन्नई ज्ञानशाला की एक विशेष प्रस्तुति झांकी के माध्यम से भगवान महावीर के उपदेशों को दर्शाया गया। यह शोभा यात्रा प्रातः 8:30 बजे नॉर्थ टाउन बिन्नी से होते हुए श्री जैन दादाबाड़ी, अयनावरम तक रखी गई।
जैन महासंघ चेन्नई के अध्यक्ष प्यारेलाल पितलिया, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष अशोक खतंग, ट्रस्ट बोर्ड के अध्यक्ष विमल चिप्पड़ एवं वरिष्ठ पदाधिकारी गण जैन ध्वज लहरा कर सभा अंतर्गत चेन्नई ज्ञानशाला की इस झांकी के सभी ज्ञानार्थी, प्रशिक्षक एवं कार्यकर्ताओं के उत्साह को बढ़ाते हुए आगे बढ़ाने की अनुमति प्रदान की।
ज्ञानशाला प्रभारी राजेश सांड, सह-प्रभारी अनिल बोथरा एवं ज्ञानशाला परिवार के सभी कार्यकर्ता एवं प्रशिक्षिकाओं के साथ-साथ तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मूथा एवं मंत्री सुरेश तातेड , किशोर मंडल के सह-संयोजक जैनम भंडारी, संयम रायसोनी एवं कन्या मंडल के संयोजिका का सुश्री खुशी धोका, विभा गादिया एवं महिला मंडल के कार्यकर्ता उपस्थित थे। जैन महासंघ के नेतृत्व में भगवान महावीर जन्म कल्याण महोत्सव पर आयोजित इस शोभा यात्रा में जैन समाज के सभी समुदाय के श्रावक-श्राविकाओं के साथ-साथ तेरापंथ सभा एवं संघीय संस्थाओं के कार्यकर्ता उपस्थित हुए।
भगवान महावीर जन्म कल्याण महोत्सव कार्यक्रम दादावाड़ी के प्रांगण में सभी समुदाय की चारित्रिक आत्माओं के सानिध्य में आयोजित हुआ। तेरापंथ धर्म संघ के विज्ञान मुनिश्री दीप मुनि एवं मुनिश्री काव्य मुनि का भी सानिध्य प्राप्त हुआ।