देश की सबसे बड़ी साहित्य वार्षिकी कथारंग का लोकार्पण रविवार को


बीकानेर, 18 अप्रैल। पारायण फाउंडेशन द्वारा रविवार को आयोजित कार्यक्रम में देश की सबसे बड़ी साहित्य वार्षिकी का लोकार्पण होगा। इस साहित्य वार्षिकी का प्रकाशन गायत्री प्रकाशन द्वारा प्रतिवर्ष बीकानेर से किया जा रहा है। यह सातवां अंक होगा, जो लोक को समर्पित है। पारायण फाउंडेशन के अध्यक्ष व कथारंग के संपादक हरीश बी. शर्मा ने बताया कि बीकानेर के रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र स्थित बीकानेर जिला उद्योग संघ सभागार में शाम पांच बजे प्रारंभ होने वाले इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देश के प्रख्यात कवि-आलोचक व चिंतक डॉ.अर्जुनदेव चारण होंगे। अध्यक्षता वरिष्ठ रंगकर्मी, पत्रकार व साहित्यकार मधु आचार्य “आशावादी” करेंगे। 680 पेज की इस वृहद साहित्य वार्षिकी पर चर्चा शायर व कवि इरशाद अज़ीज और संजय आचार्य “वरुण” करेंगे। कार्यक्रम का संचालन देश के प्रख्यात अंक व अंग ज्योतिषी व शायर-नाटककार डॉ.कुमार गणेश करेंगे।



इस अवसर पर राजस्थानी लोक संस्कृति से संबंधित एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। कथारंग के संपादक हरीश बी.शर्मा के अनुसार 2015 से बीकानेर से कथारंग का प्रकाशन हो रहा है। इसका पहला अंक बीकानेर के 75 कहानीकारों पर केंद्रित था। दूसरे अंक में बीकानेर शहरी क्षेत्र के 150 कहानीकार शामिल थे, जो किसी भी शहर के लिए एक उपलब्धि हैं। इसके बाद साहित्य वार्षिकी में देशभर के रचनाकार शामिल होने लगे। इस बात यह सातवां अंक हैं, जिसमें देश के 200 से अधिक रचनाकार हैं। साहित्य व कला जगत की दस विभूतियों के साक्षात्कार हैं। कहानियां, कविताएं और आलेखों के अलावा लगभग साढ़े तीन सौ पेज पर लोक से संबंधित सामग्री है, जिसमें देशभर के लोक अंचलों की कथाएं, गाथाएं, आख्यान, लोकनायक, परंपरा, रीति-रिवाज और संस्कृति से संबंधित जानकारियांं शामिल हैं।


