बिल गेट्स की खतरनाक भविष्यवाणी, 10 साल में AI करेगा डॉक्टर-टीचर्स की छुट्टी


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दायरा बढ़ता ही जा रहा है, और अब अगले दस सालों में ये मेडिकल और एजुकेशन के क्षेत्र में भी कदम रखने वाला है। बिल गेट्स ने बताया है कि उस दिन क्या होगा!



नई दिल्ली , 18 अप्रैल। टेक्नोलॉजी आगे बढ़ने से हम खुश तो होते हैं, लेकिन यही टेक्नोलॉजी कई लोगों के लिए मुसीबत भी बन रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी टेक्नोलॉजी की वजह से कई क्षेत्रों में लोग अपनी नौकरियां खो रहे हैं। दस लोगों का काम एक मशीन कर रही है, तो कंपनियों को अब ज़्यादा लोगों की ज़रूरत नहीं। लाखों की सैलरी देकर लोगों को रखने, उन्हें छुट्टियां, भत्ते, प्रमोशन देने से अच्छा है कि एक मशीन लगा दो जो उनसे ज़्यादा काम करेगी। कई कंपनियां तो AI की गिरफ़्त में आ चुकी हैं। ऐसे ही नए-नए आविष्कार होते रहेंगे, तो बिज़नेसमैन बिल गेट्स के मुताबिक़, आगे चलकर इंसानों की ज़रूरत ही नहीं रहेगी। ख़ासतौर पर डॉक्टर और टीचर की जगह AI ले लेगा, तो उनकी भी ज़रूरत नहीं रहेगी। ये सब होने में बस दस साल लगेंगे! बदलते वक़्त में टेक्नोलॉजी कैसे काम आ रही है, ये बताते हुए उन्होंने ये बात कही। AI के ज़रिए, अगले दशक में अच्छी मेडिकल सलाह और अच्छी शिक्षा मुफ़्त और आम हो जाएगी। मतलब, आजकल इलाज और पढ़ाई को बिज़नेस बनाकर लाखों कमाने वालों पर उन्होंने तंज कसा है। आम लोग आसानी से पढ़ाई और इलाज करा सकेंगे। लोगों की जगह AI ले लेगा।



‘दुनिया एक नए दौर में कदम रख रही है। अच्छी दवाइयों और बीमारियों का पता लगाने से लेकर AI टीचर और वर्चुअल असिस्टेंट तक, AI हमारी ज़िंदगी के हर पहलू को छूएगा। ये बदलाव तेज़ी से हो रहा है।’ जानलेवा बीमारियों का अच्छा इलाज, जलवायु परिवर्तन का हल और सबको अच्छी शिक्षा मिलेगी। लेकिन इससे नौकरी करने वालों में डर है। मेडिकल की पढ़ाई में करोड़ों लगाकर, मरीज़ों से दोगुना वसूलने की तैयारी कर रहे डॉक्टरों के लिए ये बुरी खबर है। महंगे अस्पतालों को भी झटका लगेगा। वहीं, स्कूलों को बिज़नेस बनाकर LKG से ही लाखों फ़ीस वसूलने वालों को भी नुकसान होगा।
लेकिन एक मशीन कितना अच्छा रिजल्ट देगी, ये भी एक सवाल है। एक तरफ़ नौकरियां जा रही हैं, तो दूसरी तरफ़ AI के आने से उसमें एक्सपर्ट लोगों को अच्छी नौकरियां मिलेंगी, ऐसा भी कहा जा रहा है। अच्छी बातों के साथ-साथ नौकरी जाने का डर भी है। आगे क्या होगा, ये तो वक़्त ही बताएगा। एक ज़माने में इंजीनियरिंग के बहुत स्कोप थे, तो सबने अपने बच्चों को इंजीनियरिंग में डाल दिया, जिसका नतीजा आज कई लोग भुगत रहे हैं। लाखों कमाने का सपना देखने वाले कई युवा आज कम सैलरी पर काम कर रहे हैं। अब AI आने से कितनों का भविष्य ख़राब होगा, ये चिंता भी है।