40 खातों से एक करोड़ का ट्रांजैक्शन, बीकानेर के ठगों ने बुजुर्ग महिला से हड़पे 25.60 लाख


- CBI अफसर बनकर डिजिटल अरेस्ट किया, मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की दी धमकी
बीकानेर, 5 मई। “मैं सीबीआई से बोल रहा हूं, आपके खाते से मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ है। आपको गिरफ्तार करने के आदेश हैं।” यह फोन कॉल आते ही देहरादून की बुजुर्ग महिला (68) के होश उड़ गए। फर्जी CBI अधिकारी ने उन्हें जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी दी।



“यह सूचना गोपनीय है। किसी को बताया तो तुरंत गिरफ्तारी होगी। बिना इजाजत घर से बाहर मत निकलना।” डर के मारे महिला साइबर ठगों के जाल में फंसती चली गईं। ठगों ने उनसे बीकानेर के एमएस कॉलेज की छात्रा के खाते में पैसे डलवाए। पहले 50 हजार, फिर 8 लाख और आखिर में कुल 25.60 लाख रुपए हड़प लिए।


बीकानेर साइबर थाना पुलिस ने मामले की जांच में पाया कि यह एक अंतर्राज्यीय गिरोह है, जो 10% कमीशन पर छात्रों के खाते लेकर ठगी करता है। पुलिस ने लक्ष्मणसिंह, श्यामसुंदर बिश्नोई और छात्रा गणपति राजपुरोहित को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी प्रमोद बिश्नोई फरार है।
बीकानेर में साइबर ठगी का खुलासा: 40 खातों से एक करोड़ का ट्रांजैक्शन
बीकानेर साइबर थाना पुलिस ने जब संदिग्ध बैंक खातों की जांच की तो पता चला कि देहरादून से गणपति के खाते में बार-बार रुपए जमा हुए और निकाले गए। साइबर थाने के इंस्पेक्टर रमेश सर्वटा ने बताया कि 1930 हेल्पलाइन पर मिली साइबर फ्रॉड की शिकायतों की जांच में एक अंतर्राज्यीय गिरोह का खुलासा हुआ। यह गिरोह 10 प्रतिशत कमीशन पर बैंक खाते उधार लेकर ठगी की रकम जमा करवाता और एटीएम व चेक से निकाल लेता था।
पुलिस को ऐसे 40 खातों का पता चला है, जिनसे करीब एक करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया। मामले में लक्ष्मणसिंह, श्यामसुंदर बिश्नोई, प्रमोद बिश्नोई और उसकी दोस्त गणपति को नामजद किया गया है। गिरोह का सरगना प्रमोद फरार है, जबकि अन्य तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में साइबर ठगी से जुड़ी कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं।
एएसपी बोले- मुंबई में डिजीटल एरेस्ट की रकम का भी ट्रांजेक्शन हुआ
साइबर पुलिस थाना प्रभारी एएसपी खान मोहम्मद ने बताया कि मुंबई में नेवी पर्सन को भी डिजीटल एरेस्ट कर साइबर ठगी की गई और उसकी रकम भी बीकानेर के खाते में डलवाई गई है। साइबर ठगों ने नेवी पर्सन अनिल कुमार डिमरी को ट्राई का अधिकारी बनकर बात की और डरा-धमकाकर केवाईसी करवाने के लिए कहा।
फोन तथाकथित पुलिस अधिकारी को ट्रांसफर किया और गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगी की। इस मामले के 7.20 लाख रुपए उदासर निवासी एक शख्स के खाते में ट्रांसफर करवाए गए हैं जिसकी छानबीन चल रही है। बीकानेर में उधार के खाते लेकर साइबर ठगी के रुपए उनमें डलवाने और निकलवाने वाले गिरोह का मुख्य सरगना पांचू निवासी प्रमोद बिश्नोई है जो फरार है। उसकी गिरफ्तारी पर साइबर ठगी करने वालों के बारे में पता चल पाएगा।
साइबर ठगों से सतर्क रहें
साइबर ठग डिजिटल एरेस्ट के नाम पर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। अलग-अलग राज्यों में बैठे साइबर ठग सीबीआई, ट्राई, पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं। कभी पति तो कभी बेटों के नाम-पते हासिल कर उनके खिलाफ मुकदमा और गिरफ्तारी की धमकी देते हैं और डिजीटल एरेस्ट कर उनसे लाखों रुपए हड़प लेते हैं। जबकि, वास्तव में डिजीटल एरेस्ट होता ही नहीं है। पुलिस अधिकारियों ने आमजन से अपील की है कि इस तरह के फोन आने पर सतर्क रहें और किसी भी तरह के झांसे में ना आएं।