मुनिश्री ने करवाया छगनमल जी हीरावत को तीविहार संथारे का प्रत्याख्यान


बेंगलुरु, 5 मई। श्री छगनमल जी हिरावत (उम्र 68 वर्ष) सुपुत्र श्री जसकरण जी हिरावत, रतननगर निवासी बेंगलुरु प्रवासी को गुरुदेव आचार्य महाश्रमण की अनुमति से डॉ मुनि श्री पुलकित कुमार जी ने पूर्ण चेतन अवस्था में दि.04/05/2025 रविवार को सुबह 9 बजकर 21 मिनट पर हैबिटेट इल्यूमिनार अपार्टमेंट्स मेलासेंदरा बेंगलुरु में तिविहार संथारे का प्रत्याख्यान करवाया।
संथारा साधक छगनमल जी ने बहुत ही उच्च मनोबल एवं प्रवर्द्धमान भावों के साथ पारिवारिक सदस्यों की उपस्थिति और सहमति से तथा तेरापंथी सभा के पदाधिकारियों एवं समाज के गणमान्य व्यक्तियों की साक्षी में संथारा ग्रहण किया। इस अवसर पर हीरावत परिवार के वरिष्ठ श्रावक प्रेमचंद, प्रमोद हीरावत तथा बहन पुष्पा देवी चौरडिया तेरापंथ समाज राजराजेश्वरी नगर के अध्यक्ष राकेश छाजेड़ मंत्री गुलाब बांठिया तथा नवरत्न बैद, डॉ प्रकाश छाजेड़, सुशील भंसाली अमित डूंगरवाल एवं बेटी रुचि दिलीप भंसाली, तेरापंथ युवक परिषद बेंगलुरु से भरत रायसोनी आदि मौजूद थे । संथारा साधक के मनोबल को बढ़ाते हुए मुनि श्री पुलकित कुमार जी ने 12 व्रतों का संकल्प एवं 18 पाप का त्याग करवाया।


