राजस्थान का जवान पाकिस्तान के लिए कर रहा था जासूसी


CRPF में तैनात मोतीराम जाट को NIA ने पकड़ा, 6 जून तक कस्टडी में भेजा




जयपुर, 26 मई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान मोतीराम जाट को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि मोतीराम जाट 2023 से पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा था और देश की सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी लीक कर रहा था। पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह मामला उजागर हुआ है। इस मामले में जांच एजेंसी राजस्थान में जवान के परिवार के लोगों से भी पूछताछ कर सकती है। साथ ही परिवार में पैसों के लेने-देने, बैंक अकाउंट भी खंगाल सकती है।


राष्ट्रीय सुरक्षा में सेंध का प्रयास
एनआईए की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी जवान ने पैसों के बदले पाकिस्तान से जुड़े एजेंटों को सुरक्षा से संबंधित गोपनीय जानकारी दी। इनपुट्स के मुताबिक, पाकिस्तान से फंडिंग भी की गई थी। एनआईए ने जवान को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 6 जून तक कस्टडी में भेज दिया गया है।
संदिग्धों की तलाश में जुटी एनआईए
एनआईए सूत्रों का कहना है कि इस केस में कुछ और संदिग्ध लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश जारी है। एजेंसी उन व्यक्तियों पर भी नजर रख रही है जो मोतीराम जाट के संपर्क में थे या जिनके माध्यम से यह जानकारी लीक की जा रही थी।
परिवार और बैंक खातों की भी जांच संभव
राजस्थान निवासी मोतीराम जाट के परिवार से भी एनआईए पूछताछ कर सकती है। सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी जवान के साथ-साथ उसके रिश्तेदारों के बैंक खातों की भी जांच कर सकती है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि पाकिस्तान से कितनी रकम मिली और उसका इस्तेमाल कहां-कहां किया गया।
गंभीर सुरक्षा चिंता का विषय
यह मामला देश की आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से गंभीर माना जा रहा है। एक सुरक्षाबल का जवान अगर दुश्मन देश के लिए जासूसी करता पाया जाता है, तो यह पूरे सिस्टम की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े करता है। एनआईए की यह कार्रवाई इसी खतरे को रोकने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।