नशे व सामाजिक कुरीतियों को दूर करने की मुहिम में महिलाएं अग्रणी भूमिका निभाएं -आर्य


अंतरराष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय पर आयोजित हुआ जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम, जिला प्रमुख वंदना आर्य, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, जिला उप प्रमुख महेन्द्र न्यौल सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी व बड़ी संख्या में महिलाएं रहीं मौजूद, जागरूकता रैली से दिया नशामुक्ति का संदेश




चूरू, 26 जून। अंतरराष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस के अवसर पर गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित टाउन हॉल में महिला अधिकारिता तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला प्रमुख वंदना आर्य, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, जिला उप प्रमुख महेन्द्र न्यौल सहित जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों ने शिरकत की।


इस अवसर पर जिला प्रमुख वंदना आर्य ने कहा कि नशे व सामाजिक कुरीतियों को दूर करने की मुहिम में महिलाएं अग्रणी भूमिका निभाएं। महिलाएं परिवार व समाज की धुरी होती हैं। सामाजिक उन्नयन के लिए महिलाओं को नशामुक्त परिवार, समाज के लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि नशा आज समाज की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। युवाओं को इसके चंगुल से बाहर निकालना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। नशा लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाता है तथा सामाजिक विनाश का कारण बनता है। नशामुक्त समाज के निर्माण के लिए अधिक से अधिक जनसहभागिता की आवश्यकता है।
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा कि युवाओं व समाज में व्याप्त नशा चिंतन का विषय है। युवा पीढ़ी नशे की चपेट में आने से उनके स्वास्थ्य व हमारी सामाजिक संरचना पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। युवाओं का शारीरिक व मानसिक विकास बाधित हो रहा है। हमें इन विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए पर्याप्त जागरूकता की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि शराब व तम्बाकू आदि प्रचलित नशे भी सामाजिक कुरीति हैं। परिवेश में नशे की जद में आए लोगों को आइडेंटिफाई करते हुए उन्हें नशामुक्ति केन्द्रों आदि से जोड़ें ताकि स्वस्थ समाज का निर्माण हो। इस दिशा में महिलाएं समाज में जागरूकता लाएं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पूरी निष्ठा के साथ नशा उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, जनसंचार और सामाजिक संगठनों के माध्यम से हम जन-जन तक यह संदेश पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं कि नशा जीवन को बर्बाद करता है।
महिमा शर्मा ने नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी देते हुए सामाजिक जागरूकता की बात कही।
इस अवसर पर अतिथियों ने जिले की लाखाऊ, दांदू, भामासी, कड़वासर, खासोली, बूंटिया आदि 06 तंबाकू मुक्त ग्राम पंचायतों को प्रशस्ति—पत्र व मेमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक राजेन्द्र सिंह व एसजेईडी डीडी नगेन्द्र सिंह राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।
कार्यक्रम के दौरान मनोचिकित्सा सहायक प्रोफेसर लक्ष्मी कुमारी, लाड कंवर, साइकोलॉजिस्ट गगन शर्मा, पूर्व स्वास्थ्य निरीक्षक मुकारब खान, सुमन बहन, सहायक निदेशक राजेन्द्र सिंह, जेंडर स्पेशलिस्ट ज्ञानप्रकाश गोदारा, एसजेईडी डीडी नगेन्द्र सिंह ने चर्चा सत्रों में विषयपरक जानकारी साझा की।
इस दौरान दीनदयाल सैनी, सीपी शर्मा, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, एसीएमएचओ डॉ अहसान गौरी, लाड कंवर सहित बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित रही। संचालन शिवकुमार शर्मा ने किया।
नशामुक्ति दिवस पर जागरूकता रैली को दिखाई हरी झंडी
इससे पूर्व पुराने कलक्ट्रेट परिसर से जिला प्रमुख वंदना आर्य, जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, जिला उप प्रमुख महेन्द्र न्यौल, चूरू प्रधान दीपचंद राहड़, सीपी शर्मा आदि ने नशामुक्ति जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली चूरू कलक्ट्रेट परिसर से रवाना होकर केन्द्रीय विद्यालय, भरतीया अस्पताल, नगरपरिषद कार्यालय के आगे से होते हुए टाउन हॉल पहुंची।