विश्व डॉक्टर्स दिवस पर पीबीएम अस्पताल के चिकित्सकों का सम्मान


पीबीएम अस्पताल के मेडिसिन विभाग ने मनाया नेशनल डॉक्टर्स डे: वरिष्ठ चिकित्सकों का सम्मान




बीकानेर, 1 जुलाई । पीबीएम अस्पताल के औषध (मेडिसिन) विभाग ने आज नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर एक विशेष समारोह का आयोजन किया। इस दौरान समाज और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति उनके अमूल्य योगदान के लिए कई वरिष्ठ चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। समारोह में पीबीएम अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार, डॉ. परमेंद्र सिरोही, डॉ. बी.के. गुप्ता, डॉ. वीर बहादुर सिंह, डॉ. संजय कोचर, डॉ. सुभाष गौड़, डॉ. विजय टुंडवाल, और डॉ. बाबूलाल मीना को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डॉ. मनोज माली, डॉ. आत्माराम, डॉ. मनोज मीणा, डॉ. नरेंद्र गहलोत, डॉ. इमरान, डॉ. भामु, डॉ. विनोद मेघवाल सहित कई अन्य चिकित्सक भी उपस्थित रहे। सम्मानित डॉक्टरों को शॉल ओढ़ाकर और साफा पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया।


इस अवसर पर, पीबीएम अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार ने समाज में डॉक्टरों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति उनके समर्पण पर जोर दिया। औषध विभाग के वरिष्ठ आचार्य डॉ. परमेंद्र सिरोही ने डॉक्टरों के निजी और सार्वजनिक जीवन के बीच समन्वय बनाए रखने की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की, जिसे उपस्थित सभी चिकित्सकों ने सराहा। समारोह में कई वरिष्ठ डॉक्टर और चिकित्सा छात्र भी मौजूद रहे।इसी के साथ, कॉलेज सीएमई (Continuing Medical Education) में आज डॉ. श्याम लाल ने डेंगू रोग पर एक विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसमें रोग के लक्षण, रोकथाम और उपचार के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला गया।

डॉ. विधान चंद्र राय की स्मृति में मनाया जाता है नेशनल डॉक्टर्स डे
नेशनल डॉक्टर्स डे, जो हर साल 1 जुलाई को मनाया जाता है, प्रसिद्ध भारतीय चिकित्सक, स्वतंत्रता सेनानी और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. विधान चंद्र राय की स्मृति को समर्पित है। पीबीएम अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र कुमार ने इस अवसर पर डॉ. राय के जीवन और योगदान के बारे में जानकारी दी।
डॉ. राय का जन्म बिहार के पटना में हुआ था। उन्होंने कोलकाता मेडिकल कॉलेज से चिकित्सा शिक्षा प्राप्त की और बाद में इंग्लैंड से एमआरसीपी और एफआरसीएस की डिग्रियां हासिल कीं। डॉ. राय ने न केवल चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया, बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी सक्रिय भूमिका निभाई। वे महात्मा गांधी के निजी चिकित्सक और घनिष्ठ मित्र थे।
उन्होंने जादवपुर टीबी अस्पताल, चितरंजन सेवा सदन और चितरंजन कैंसर अस्पताल जैसे कई महत्वपूर्ण चिकित्सा संस्थानों की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त, उन्होंने दुर्गापुर, कल्याणी और बिधाननगर जैसे शहरों की नींव रखी, जो आधुनिक बंगाल के विकास में मील का पत्थर साबित हुए। उनकी समाज सेवा और स्वास्थ्य सुधारों के लिए उन्हें 1961 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
डॉ. राय का जीवन समर्पण, नेतृत्व और मानवता की सेवा का एक प्रेरणादायक उदाहरण है। 1 जुलाई को उनकी जन्म और पुण्यतिथि होने के कारण इसी दिन को भारत में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि चिकित्सकों के निस्वार्थ सेवा भाव को सराहा जा सके।
बीकानेर, 1 जुलाई । खत्री मोदी समाज के कार्यकर्ताओ द्वारा विश्व डॉक्टर्स दिवस के अवसर पर सरदार पटेल मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी, पीबीएम अधीक्षक डॉ सुरेंद वर्मा, ट्रॉमा सेंटर निदेशक डॉ बी एल ख़जौटिया, सीएमओ डॉ एल के कपिल, हल्दीराम मूलचंद अस्पताल के डॉ पिंटू नाहटा, डॉ देवेन्द्र अग्रवाल, , डॉ दिनेश चौधरी, डॉ आर जी कुमावत,, डॉ.राजवीर बेनीवाल, डॉ नजमा का सम्मान किया गया ! इस अवसर पर समाज द्वारा हल्दीराम मूलचंद अस्पताल में एंजियोग्राफी जांच तथा ऑपरेशन थियेटर में अत्यंत आवश्यक कार्य हेतु कपड़े भी भेट किए ।
हल्दीराम मूलचंद अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में खत्री मोदी समाज के भामाशाह प्रेरक श्योदान सिंह, गौरीशंकर खत्री ईश्वर दयाल, डॉ देवेंद्र खत्री, निर्मल खत्री, अशोक खेमाणी, शिवजी मोदी, नारायण मोदी, डॉ. गोपीनाथ मोदी, दिनेश मोदी ने कहा कि समाज में समर्पित चिकित्सक सेवाओं का सम्मान होना आवश्यक है । कार्यक्रम में. डॉ गुंजन सोनी, डॉ सुरेंद्र जी वर्मा, डॉ पिंटू नाहटा और डॉ.देवेन्द्र अग्रवाल ने समाज और सामाजिक कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट किया । खत्री मोदी समाज ने भी ऐसी सेवाएं निरंतर करने का संकल्प जताया ।
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