बीकानेर में मंडी टैक्स और कृषक कल्याण फीस के खिलाफ व्यापारियों का प्रदर्शन, करोड़ों का कारोबार ठप


बीकानेर, 2 जुलाई। राजस्थान में मंडी टैक्स और कृषक कल्याण फीस के विरोध में व्यापारी संगठन एक मंच पर आ गए हैं। इसी कड़ी में बीकानेर में सोमवार को कृषि मंडी पूरी तरह बंद रखी गई, जिससे करोड़ों रुपये का कारोबार ठप हो गया। दरअसल, प्रदेशभर की सभी कृषि मंडियां सोमवार, 1 जुलाई से पूरी तरह बंद कर दी गई हैं, और यह बंद 5 जुलाई तक जारी रहेगा। बीकानेर में भी इस बंद का व्यापक असर देखा गया। विभिन्न व्यापार संघों ने सांकेतिक रूप से व्यापार बंद कर अपना विरोध दर्ज कराया।




अनाज मंडी में सन्नाटा, असमान टैक्स दरों पर विरोध
व्यापारिक संगठनों का कहना है कि अलग-अलग जिलों में मंडी टैक्स की अलग-अलग दरें व्यापार में असमानता और अस्थिरता पैदा कर रही हैं। इससे न केवल व्यापारियों को, बल्कि किसानों को भी नुकसान हो रहा है। व्यापारियों की मुख्य मांग है कि मंडी टैक्स को पूरे राज्य में एक समान किया जाए और कृषक कल्याण फीस को पूरी तरह से समाप्त किया जाए। बीकानेर की अनाज मंडी में भी पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा।


करोड़ों का नुकसान और आगे आंदोलन की चेतावनी
व्यापारियों के मुताबिक, ऑफ-सीजन होने के बावजूद मंडी बंद रहने से अकेले बीकानेर में करीब 10 करोड़ रुपये तक का नुकसान हो सकता है। व्यापारी संगठनों ने सरकार से अपनी हठधर्मिता छोड़कर किसानों के हित में व्यापारियों की मांगों को स्वीकार करने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो 5 जुलाई के बाद एक बड़ा आंदोलन किया जा सकता है।