आचार्य भिक्षु त्रिशताब्दी वर्ष शुभारंभ पर तेरापंथ भवन में सवा लाख जप का अलौकिक अनुष्ठान


बेंगलुरु , 07 जुलाई । तेरापंथ के आद्य प्रवर्तक परम पूज्य आचार्य श्री भिक्षु के 300वें जन्म वर्ष के पावन अवसर पर आज सुबह तेरापंथ भवन, राजराजेश्वरी में एक अलौकिक जाप अनुष्ठान का भव्य आयोजन हुआ। प्रातः 9:15 से 10:15 बजे तक, साध्वी श्री पुण्ययशाजी के पावन सान्निध्य में “ॐ श्री भिक्षु नमो नमः” का सवा लाख जप एक लय, एक सुर और एक तान में किया गया, जिससे पूरा तेरापंथ भवन भिक्षुमय वातावरण में गुंजायमान हो उठा। साध्वी श्री जी ने श्रद्धालुजनों को संबोधित करते हुए कहा “अपने हृदय में विराजमान आस्था के केन्द्र – आचार्य भिक्षु को जाप, त्याग और तपस्या की भेंट समर्पित करनी चाहिए।”




तीन दिवसीय अखंड जाप की घोषणा
इस पावन अवसर पर यह घोषणा भी की गई कि कल से आगामी तीन दिनों तक तेरापंथ भवन में अखंड जाप चलेगा, जिसमें श्रावक-श्राविकाओं की सहभागिता अपेक्षित है। साध्वी श्री जी ने आह्वान किया कि “आचार्य भिक्षु की अभ्यर्थना में ऐसा रंग जमाना है कि समूचा वातावरण भिक्षुमय हो जाए।”


श्रद्धालुजनों की सहभागिता
इस आयोजन में श्रावक-श्राविकाओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही और सभी ने भक्ति और समर्पण से सराबोर वातावरण में अलौकिक आनंद का अनुभव किया। यह आयोजन तेरापंथ धर्मसंघ के प्रति श्रद्धा, आस्था और संकल्प की प्रेरणा का अनुपम उदाहरण बन गया।