बीकानेर में मानसून की पहली बारिश-आधे घंटे की बारिश में ढहा मेडिकल कॉलेज का हिस्सा, सूरसागर व जूनागढ़ में घुसा पानी


बीकानेर, 7 जुलाई। सोमवार को बीकानेर शहर में मानसून ने पहली दस्तक दी। सुबह से छाए बादलों ने दोपहर करीब साढ़े तीन बजे रिमझिम बारिश का रूप लिया, जो आधे घंटे तक चली। यह बारिश जहां गर्मी से राहत लाई, वहीं कई क्षेत्रों में मुसीबत भी बन गई। हल्की बारिश में ही सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज का एक दो मंजिला हिस्सा ढह गया। हालांकि गनीमत रही कि हादसे के समय कोई हताहत नहीं हुआ। दीवार गिरने से कुछ देर पहले तक वहां लोग मौजूद थे, लेकिन समय रहते सभी बाहर निकल गए। इस हादसे के वक्त कॉलेज परिसर में कोई VC (वीडियो कांफ्रेंसिंग) नहीं चल रही थी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। पास के डिपार्टमेंट्स और छात्रावासों में भी कोई मौजूद नहीं था। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इमारत पहले से ही जर्जर हालत में थी और समय रहते इसकी मरम्मत नहीं करवाई गई।




उधर, गिन्नाणी एरिया में जमा बरसाती पानी फिर से सूरसागर में घुस गया है। करोड़ों की लागत से साफ करवाए गए सूरसागर में अब फिर से गंदा बरसाती पानी और कचरा भर गया है। जूनागढ़ की खाई में भी पानी भर गया है। बरसात का पानी रोकने के लिए किए गए प्रयास विफल साबित हुए हैं।


मौसम विभाग ने बीकानेर में बारिश की संभावना नहीं जताई थी, लेकिन दोपहर बाद शहर में अचानक बारिश शुरू हो गई। जस्सूसर गेट क्षेत्र में करीब एक फीट तक पानी जमा हो गया। गेट का लेवल ऊंचा कर दिए जाने और निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण अंदर की ओर पानी भर गया और क्षेत्र तालाब में तब्दील हो गया। पुरानी गिन्नाणी में भी भारी जलभराव हो गया। यहां से निकासी की सीधी व्यवस्था जूनागढ़ और सूरसागर तक है, जिससे दोनों जगह पानी पहुंच गया।
बीकानेर-जैसलमेर रोड पर भी आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। जवाहर नगर, करमीसर तिराहा, कल्ला पेट्रोल पंप, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय और नाल गांव तक पानी भर गया। तिलक नगर और जयनारायण व्यास कॉलोनी में भी बारिश का असर देखने को मिला। तिलक नगर में जगह-जगह गड्ढों के कारण दुर्घटना की आशंका बन गई है, जबकि जेएनवीसी में भी लंबे समय तक पानी भर गया।
बारिश के अचानक आने के बाद अब सावन में अच्छी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है। 11 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है और मौजूदा बादल व सेटेलाइट इमेज इसे लेकर संभावनाएं दिखा रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग ने अभी तक कोई स्पष्ट चेतावनी या पूर्वानुमान जारी नहीं किया है।
बीकानेर की पहली बारिश ने एक तरफ जहां राहत दी, वहीं नगर व्यवस्था की पोल भी खोल दी। बारिश के साथ ही अव्यवस्थाएं, जर्जर इमारतें और जलभराव शहरवासियों के लिए संकट बनकर सामने आए।