महादेव सट्टा एप – आरोपी ने कहा-CM ‘बघेल’ को नहीं दिए Rs 508 करोड़

MAHADEV Online betting app रायपुर, 25 नवम्बर । ऑनलाइन सट्‌टा ऐप (Online betting app) मामले में छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) पर लगा आरोप वापस लिए जाने की खबर है। दरअसल, एक लेटर वायरल हो रहा है। इसमें आरोपी असीम दास के हवाले से कहा गया- मैंने CM बघेल को 508 करोड़ रुपए नहीं दिए हैं। मुझे शुभम सोनी ने फंसाया है।

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अब भाजपा ने इस लेटर की जांच की मांग की है। पार्टी का कहना है कि आखिर असीम दास किसके दबाव में वह लेटर लिख रहा है? क्या ये उसी की हैंड राइटिंग है? हालांकि, वायरल लेटर को लेकर जांच एजेंसी ED की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
उधर, असीम की वायरल चिट्ठी रायपुर कोर्ट पहुंच चुकी है। असीम के वकील शोएब अल्वी ने बताया कि हमने लेटर को अदालत में सुनवाई के दौरान पेश किया। इसे रिकॉर्ड में शामिल किया गया है।

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दरअसल, 2 नवंबर को ED ने असीम दास को 5 करोड़ रुपए की नकदी के साथ गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने आरोपी के हवाले से दावा किया था कि सट्‌टेबाजी ऐप के प्रमोटर्स ने CM बघेल को 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया था

पढ़िए वायरल लेटर में लिखी 4 बातें…
1. ED ने मुझसे जबरन हस्ताक्षर कराया

असीम ने लिखा है कि जब मुझे ED वाले पकड़कर जेल ले गए, तो वहां अखबार पढ़कर पता चला कि मेरे नाम से बयान छापा गया है कि, मैंने मुख्यमंत्री को 508 करोड़ दिए हैं, ये असत्य है। असीम ने दावा किया है कि वो 10वीं तक पढ़ा है। उसे अंग्रेजी नहीं आती है। ED वालों ने अंग्रेजी में लिखे बयान पर जबरन हस्ताक्षर कराया है।

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असीम ने लिखा- उसे पता ही नहीं है कि, उसके बयान में क्या लिया है। ED ने 7 दिन की रिमांड में लिया, लेकिन कोई पूछताछ नहीं की। कुछ जांच भी नहीं की गई। उसे सिर्फ बिठाकर रखा गया। ED खानापूर्ति करती रही।

2. मुझे शुभम सोनी ने फंसाया है
असीम का कहना है कि 8 अक्टूबर को शुभम से मिलने दुबई गया था। शुभम ने ही उसे टिकट भेजकर घूमने बुलाया था। वहां मुलाकात के बाद वो चार दिन बाद वापस आ गया। उसे दूसरी बार 25 अक्टूबर को शुभम ने बुलाया। वहां उसने झांसा दिया कि छत्तीसगढ़ में ठेकेदारी करना है।

उसने उसी काम को देखने के लिए आई फोन लाकर दिया। उसमें सिम पहले से लगा था। उसने मेरा पुराना फोन रख लिया। यहां 1 नवंबर को रायपुर पहुंचकर फ्लाइट से उतरा और पार्किंग में गया। मुझे बताया गया था कि वहां कार खड़ी है। कार नंबर के आधार पर मुझे गाड़ी मिल गई, उसमें चाबी लगी थी।

मैं वहां से सीधे होटल ट्रायटन गया। वहां मेरे लिए कमरा नंबर- 311 बुक था। मुझसे कहा गया कि उसी कमरे में इंतजार करना। इसी दौरान शुभम के नाम से फोन आया और कहा गया कि होटल के बाहर मेन रोड में आओ। वहां बाहर गया तो मास्क लगाकर युवक आया उसने मुझे फोन दिया। मैं फोन लेकर पार्किंग में चला गया। फिर फोन आया कि गाड़ी के भीतर बैठ जाओ और डिक्की खोल दो।

3. शुभम सट्टेबाजी का प्रमोटर नहीं है, बल्कि भिलाई के दो लड़के हैं

असीम ने आगे कहा कि मैंने डिक्की जैसे ही खोली काले रंग की बाइक में हेलमेट लगाकर एक व्यक्ति आया। उसने डिक्की में दो बैग रखे और चला गया। 15 मिनट बाद फिर डिक्की खोलने का फोन आया। डिक्की खोलते ही फिर दो लोग आए और तीन बैग रखकर चले गए। फिर एक युवक आया और मेरा फोन ले गया। उसने वही आई फोन दिया जो मुझे दुबई में दिया गया था। मैंने बैठे-बैठे चेक किया तो उसमें शुभम के कई वीडियो और वाइस मैसेज थे।

मुझे वहां से कमरे में जाने को कहा गया। 5 मिनट बाद किसी ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खोला तो एक व्यक्ति भीतर आया। उसने कहा कि सामान उठा लो। उनमें कुछ लड़कियां भी आई थीं। मुझे गाड़ी के पास ले जाया गया। उसने गाड़ी खोलते ही पूछा कि किसका पैसा है?

मैंने पूछा कि आप लोग कौन हैं? तब उन्होंने बताया कि हम ED वाले हैं। वो ED अधिकारी ठंडीलाल मीणा थे। ED वालों की बातों से लग रहा था कि उन्हें पता है कि पैसा कहां और किसने रखा है। असीम का दावा है कि शुभम सट्टेबाजी का प्रमोटर नहीं है। प्रमोटर, भिलाई के दो युवक हैं।

4. सट्‌टेबाजों ने ED से सेंटिंग की, दुबई छोड़कर भागे

असीम का कहना है कि सौरभ, रवि और शुभम तीनों दुबई छोड़कर चले गए हैं। जब उसकी शुभम से आखिरी मुलाकात हुई तब उसने कहा था कि 5 नवंबर की उसकी यूरोप की फ्लाइट है। उसने जब सट्टेबाजी के बारे में पूछा तो शुभम ने कहा कि रवि और सौरभ की ED के बड़े अधिकारी मिश्रा से सेटिंग हो गई है। वहां कोई खतरा नहीं है। उसे शक है कि तीनों यूरोप या एम्स्टर्डम में हैं।

कौन है शुभम सोनी ?

3 नवंबर को असीम दास के हवाले से ED ने दावा किया था कि सट्टा ऐप को लेकर सीएम को 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। इसके बाद 5 नवंबर को भाजपा की ओर से शुभम सोनी का एक वीडियो जारी किया गया। शुभम ने खुद को महादेव सट्टा ऐप का संचालक बताया। अब असीम का दावा है कि उसे फंसाने और मुख्यमंत्री का नाम इस मामले में जोड़ने की साजिश शुभम ने की है।

भाजपा ने की चिट्ठी की जांच की मांग

असीम दास की वायरल चिट्ठी को लेकर भाजपा नेता केदार गुप्ता ने जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि चिट्ठी में असीम दास के हस्ताक्षर हैं या नही? असीम दास जेल में है, चिट्ठी में असीम दास की हैंड राइटिंग है कि नहीं? किसके दबाव में वो पत्र लिख रहा है? ये जांच का विषय है। केदार गुप्ता ने कहा कि ED ने पूछताछ के बाद बयान जारी किया है। इसी आधार पर कोर्ट ने भी जेल में भेजा है।

ED ने दावा किया था- CM बघेल को मिले 508 करोड़

ED ने 4 नवंबर को एक बयान जारी कर दावा किया था कि महादेव सट्‌टेबाजी ऐप के प्रमोटर्स ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया था। ED ने ये दावा- गिरफ्तार किए गए कैश कुरियर असीम दास के हवाले से किया। साथ ही ED ने कहा कि अब इसकी जांच की जा रही है।

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