देशनोक करणी माता की दो दिवसीय 12 कोसी ओरण परिक्रमा शुरू
27 नवंबर तक चलेगी, देश के कोने-कोने से पहुंचेंगे भक्त
बीकानेर \ देशनोक , 26 नवम्बर। प्रतिवर्ष कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को देशनोक करणी माता 12 कोसी ओरण परिक्रमा का महापर्व मनाया जाता है । इस बार यह महापर्व दो दिन मनाया जाएगा। 12 कोसी कार्तिक ओरण परिक्रमा मेले के दौरान दो दिन करणी माता मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा।
शनिवार को 12 कौमी ओरण परिक्रमा शुरू हुई जो 27 नवंबर तक अनवरत जारी रहेगा। परिक्रमा के दौरान शराब पीने और बेचने पर पूर्णतया निषेध रहेगा। ओरण परिक्रमा मेले में मंदिर परिसर तथा ओरण परिक्रमा मार्ग पर कहीं पर दीपक जलाना भी सख्त वर्जित रहेगा। यदि कोई व्यक्ति दीपक बेचते हुए पाया गया तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई मंदिर प्रन्यास की ओर से की जाएगी। ओरण परिक्रमा मार्ग पर कहीं पर यदि कोई महिला अथवा पुरुष दीपक जलाता है और कोई आंशिक दुर्घटना घटित हो जाती है तो दीपक जलाने वाले की जिम्मेदारी होगी।
यह जानकारी करणी मंदिर निजी प्रन्यास के अध्यक्ष बादल सिंह दी। प्रन्यास के उपाध्यक्ष सीतादान चारण ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए मंदिर प्रन्यास की ओर से सुचारु दर्शन से लेकर सुरक्षा, चिकित्सा, आवास सहित सभी आवश्यक सुविधाओं के माकूल व्यवस्था की गई है। ओरण परिक्रमा को लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालु देशनोक पहुंचे हैं। प्रति प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी लाखों श्रद्धालुओं की महा परिक्रमा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
करणी माता के लगाया छप्पन भोग
शनिवार को गोपालदास राठी परिवार की ओर से देशनोक करणी को छप्पन भोग का महाप्रसाद लगाया गया। इस अवसर शास्त्रोक्त आचार्य नरेंद्र कुमार मिश्र ने विधिवत पूजन कर छप्पन भोग का महाप्रसाद लगाया। इससे पूर्व मां करणी की प्रतिमा का विशेष शृंगार किया गया। करणी भक्त गोपाल दास राठी हाल ही में कोलकाता से देशनोक करणी माता मंदिर तक पैदल यात्रा की थी। पिछले आठ माह से प्रति माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थ दर्शी को देशनोक करणी माता ओरण की परिक्रमा कर रहे है। गौरतलब है 75 वर्षीय गोपाल दास राठी व परिवार पिछले 11 वर्षों से प्रति वर्ष समय-समय पर मां करणी को छप्पन भोग का महाप्रसाद लगाया जा रहा है।