साहूकारपेट, चेन्नई में मंगल भावना समारोह का आयोजन

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चेन्नई,28 नवम्बर। महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण की आज्ञानुवर्ती साध्वी श्री लावण्यश्री जी ठाणा 3 के चातुर्मास प्रवास की परीसंपन्नता पर “मंगल भावना समारोह” का आयोजन तेरापंथ सभा भवन, साहूकारपेट में हुआ।

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कार्यक्रम का शुभारंभ जय तुलसी मण्डल से हेमन्त डूंगरवाल एवं पूरी टीम द्वारा मंगलाचरण हुआ। आज के इस “मंगल भावना समारोह” में तेयुप अध्यक्ष दिलीप गैलडा़, महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती लता पारीख, टण्डियारपेट के मुख्य न्यासी पूनमचंद मांडोत, चैनई महिला मंडल की पुर्वा अध्यक्षा श्रीमती पुष्पा हिरण के पश्चात कन्या मंडल द्वारा सुंदर नाटिका एवं गीतिका के माध्यम से मंगल भावना व्यक्त की गई।

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TPF से अध्यक्ष प्रसन्न बोथरा, सभा के पूर्वा अध्यक्ष प्यारेलाल पितलीया, साहूकारपेट ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी विमल चिप्पड़ द्वारा इस मंगल भावना की बेला पर साध्वी श्री जी के प्रति मंगल भावना प्रेषित की गई। उपासक धनराज मालू, लूणावत एंव किशोर मंडल ने सुंदर गीतिका के माध्यम से अपनी भावना व्यक्त की। महिला मंडल द्वारा मंगल भावना समारोह पर सुंदर नाटिका की प्रस्तुति की गई।

साध्वी श्री सिद्धांतश्री जी एवं दर्शितप्रभा जी ने एक साथ अपनी भावना व्यक्त करते हुए पहेलियों के माध्यम से सभी कार्यकर्ताओं का विशेष परिचय कराया, करणीय कार्यो की रूपरेखा रखी एंव आज के विषय पर मार्मीक गीतिका की प्रस्तुति दी। साध्वी वृन्द द्वारा सबके प्रति मंगल कामना की गई।

आचार्य महाश्रमण जैन तेरापंथ विद्यालय, माधवरम के चेयरमेन तनसुख लाल नाहर ने माधवरम स्कूल की गतिविधीयों के बारे में जानकारी दी एंव साध्वीश्री जी के प्रति मंगल भावना प्रकट की।

आदरणीय सभा अध्यक्ष उगमराज सांड द्वारा चातुर्मास की गतिविधियों एंव प्रवास काल के कार्यक्रमों की जानकारी दी गई एंव समग्र समाज की ओर से कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए “खमतखामणा एंव मंगल भावना” व्यक्त की गई। महिला मंडल से मंत्री श्रीमती हेमलता नाहर एंव सभा के संगठन मंत्री चन्द्रेश चिप्पड़ ने भी अपनी ओर से मंगल भावना व्यक्त की।

मंगल भावना दिवस पर साध्वी श्री लावण्यश्री जी ने कहा इस 5 मास के चातुर्मास में श्रावक-श्राविकाओं ने सेवा दर्शन का बहुत सुंदर लाभ उठाया। विहार के बाद हर श्र।वक अध्यात्म के साथ ऐसे ही जुड़ा रहे, जैसे चातुर्मास के दौरान जुड़ा रहा। क्षेत्र विशेष के प्रति साधु के जीवन में कोई उल्लास नहीं होना चाहिए। रमता जोगी बहता पानी ही ठीक लगते हैं, अन्त में साध्वी श्री लावण्यश्री जी ने पूरे श्रावक समाज से खमत खामणा करते हुए, सभी के प्रति अपनी मंगलकामना प्रकट की।

आज के इस “मंगल भावना समारोह” का सुंदर संयोजन अपनी भावना व्यक्त करते हुए सभा के कर्मठ मंत्री अशोक खंतग द्वारा किया गया। अन्त में साध्वीश्री जी के द्वारा मंगल पाठ से कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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